ETV Bharat / state

गुना जिला अस्पताल की लापरवाही पर स्वास्थ्य मंत्री का बयान, कहा- जिम्मेदारों पर होगी कार्रवाई

सरकारी अस्पताल की पांच रूपए की पर्ची कटाने के लिए एक महिला के पास पैसे नहीं थे. जिससे उसके पति को समय पर इलाज नहीं मिल पाया और उसकी मौत हो गई. मामला अब तूल पकड़ रहा है, स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने मामले में कार्रवाई करने की बात कही है.

health-minister-prabhuram-chaudhary
स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी
author img

By

Published : Jul 23, 2020, 7:56 PM IST

रायसेन। गुना जिला अस्पताल की बड़ी लापरवाही के चलते गुरुवार सुबह हुई मरीज की मौत के मामले में स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि मीडिया के जरिए उन्हें इस मामले की जानकारी मिली है. अगर इस तरह की कोई घटना सामने आती है, तो जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी

बता दें गुना जिला अस्पताल में सुनील धाकड़ नाम के एक शख्स की मौत हो गई थी. जिसके बाद मृतक की पत्नी आरती ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए थे. आरती का कहना था कि उसके पति सुनील की तबियत खराब थी. जिसके चलते वो सुनील को लेकर बुधवार शाम अस्पताल पहुंची. जहां उसे सिर्फ इसलिए भर्ती नहीं किया गया, क्योंकि उसके पास रसीद के पैसे नहीं थे.

पढ़ें पूरी खबरः पांच रुपए से भी सस्ती हो गई है जान, अस्पताल के बाहर पड़ा रहा युवक, इलाज नहीं मिलने से हुई मौत

लिहाजा महिला अस्पताल के बाहर बैठकर परिजनों का इंतजार करने लगी. रात गुजरने से उसके पति की हालत और बिगड़ गई. जब महिला सुबह 7 बजे दोबारा रसीद कटवाने पहुंची, तो उसे 9 बजे काउंटर खुलने की बात कहकर वापस कर दिया गया. 8 बजे उसके पति ने दम तोड़ दिया और वो कुछ नहीं कर सकी. मामला सामने आने के बाद अस्पताल प्रबंधन पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. जिस पर अब स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने भी एक्शन लेने की बात कही है.

रायसेन। गुना जिला अस्पताल की बड़ी लापरवाही के चलते गुरुवार सुबह हुई मरीज की मौत के मामले में स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि मीडिया के जरिए उन्हें इस मामले की जानकारी मिली है. अगर इस तरह की कोई घटना सामने आती है, तो जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी

बता दें गुना जिला अस्पताल में सुनील धाकड़ नाम के एक शख्स की मौत हो गई थी. जिसके बाद मृतक की पत्नी आरती ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए थे. आरती का कहना था कि उसके पति सुनील की तबियत खराब थी. जिसके चलते वो सुनील को लेकर बुधवार शाम अस्पताल पहुंची. जहां उसे सिर्फ इसलिए भर्ती नहीं किया गया, क्योंकि उसके पास रसीद के पैसे नहीं थे.

पढ़ें पूरी खबरः पांच रुपए से भी सस्ती हो गई है जान, अस्पताल के बाहर पड़ा रहा युवक, इलाज नहीं मिलने से हुई मौत

लिहाजा महिला अस्पताल के बाहर बैठकर परिजनों का इंतजार करने लगी. रात गुजरने से उसके पति की हालत और बिगड़ गई. जब महिला सुबह 7 बजे दोबारा रसीद कटवाने पहुंची, तो उसे 9 बजे काउंटर खुलने की बात कहकर वापस कर दिया गया. 8 बजे उसके पति ने दम तोड़ दिया और वो कुछ नहीं कर सकी. मामला सामने आने के बाद अस्पताल प्रबंधन पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. जिस पर अब स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने भी एक्शन लेने की बात कही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.