गुना। नवदुर्गा महोत्सव की शुरुआत गुरुवार से होने जा रही है. जिलेभर में देवी पांडालों को आकर्षक रूप से सजा दिया गया है. बुधवार को दिनभर झांकी समिति के सदस्य पांडाल व्यवस्थाएंं जुटाने में लगे रहे. साल 2020 में झांकियां नहीं सजाने की वजह से निराश हुए श्रद्धालुओं को इस बार प्रशासन ने राहत दी है. हालांकि कोरोना की पाबंदियां इस बार भी लागू होगी. इसलिए जिला प्रशासन ने भी तैयारी की है, ताकि कहीं नियम न टूटें. इधर छेड़छाड़ की घटनाओं को रोकने के लिए एसपी ने तजस्विनी दल का गठन किया है.
नवरात्रि महोत्सव को लेकर बुधवार को शहर के अंदर दिनभर चहल-पहल रही. शहर के अलावा दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालु मूर्तिकारों के गोदामों पर पहुंचे, जहां से माता की प्रतिमाएं लेकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए. इससे पहले शहर में नाच-गाने के साथ श्रद्धालुओं ने नौ दिनी महोत्सव के लिए अपना उत्साह प्रदर्शित किया. एक अनुमान के मुताबिक गुना जिला मुख्यालय पर इस बार लगभग तीन सैकड़ा झांकियां लगेंगी.
कोरोना गाइडलाइन का होगा सख्ती से पालन
जिला प्रशासन ने हिदायत दी है कि प्रत्येक पांडाल का आकार 30X35 से अधिक न हो. इसको लेकर झांकी समितियां माथापच्ची में लगी रहीं. इसलिए माता के विराजमान स्थलों का आकार लगभग प्रशासन की गाइडलाइन के अनुसार ही तय किया गया है. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मार्किंग की जा रही है, जहां खड़े होकर श्रद्धालु माता के दर्शन कर सकेंगे। झांकी पांडालों पर पहली बार सेनेटाइजर दिखाई देगा और श्रद्धालुओं को मास्क के साथ ही पांडाल के समीप प्रवेश मिलेगा.
यहां भी दिखाई दिया महंगाई का असर
महंगाई की मार ने देश के हर तबके को प्रभावित किया है. व्यापार से लेकर घर-गृहस्थी चलाना मुश्किल हो रहा है. पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों की वजह से अब धार्मिक आयोजनों के रीति-रिवाज भी बदलने लगे हैं. अब तक जिलेभर के दूर-दराज क्षेत्रों में लोग ट्रैक्टर, लोडिंग आदि से प्रतिमाएं ले जाते थे. लेकिन पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान पर होने की वजह से श्रद्धालु माता की प्रतिमाएं ट्रेन के जरिए ले जाते दिखे.
ट्रेन से माता की मूर्तियां लेकर गए श्रद्धालु
गुना शहर में एक दर्जन से ज्यादा मूर्तिकार प्रतिमाओं का निर्माण करते हैं. जिन्हें खरीदने के लिए गुना के अलावा, अशोकनगर और राजगढ़ जिले से भी श्रद्धालु पहुंचाते हैं. प्रतिमाओं को झांकी स्थलों पर ले जाने के लिए निजी वाहनों का उपयोग किया जाता था. लेकिन इस बार लम्बी दूरी वाले श्रद्धालुओं ने ट्रेन का सहारा लिया, ताकि परिवहन का खर्च कम आए. श्रद्धालुओं का कहना है कि दो वर्षों से कोरोना की मार के चलते बजट भी कम हो गया है. ऐसे में माता रानी को निजी वाहन से ले जाना संभव नहीं है. इसलिए गुना रेलवे स्टेशन पर अशोकनगर जाने वाली ट्रेन में सवारियों के साथ-साथ मां दुर्गा की प्रतिमाएं भी नजर आईं. खास बात यह रही कि प्रतिमाओं को रखने के लिए अन्य यात्रियों ने भी झांकी समितियों का सहयोग किया, ताकि माता रानी को किसी तरह की समस्या न हो.
झांकी महोत्सव में मजनुओं पर नजर रखेगी तेजस्विनी
गुना में नवदुर्गा महोत्सव के दौरान महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते पुलिस ने नवाचार किया है. इसके तहत गुना एसपी राजीव कुमार मिश्रा ने 'तेजस्विनी' नामक महिला पुलिसकर्मियों का दल गठित किया है. महिला पुलिसकर्मियों का यह दल झांकी पांडालों पर रोजाना सुबह 5 बजे से 10 बजे तक और शाम 5 बजे से देर रात्रि तक नजर रखेगी. विशेष दल की तैनाती का उद्देश्य झांकियों में महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. वहीं महिलाओं को परेशान करने वाले मजनुओं की भी अब खैर नहीं होगी। तेजस्विनी दल को गुना एसपी राजीव कुमार मिश्रा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है.