गुना। आधुनिक चिकित्सा के युग में गंभीर बीमारियों का इलाज संभव है, बावजूद इसके लोग अब भी झाड़फूक पर विश्वास करते हैं. कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है गुना से. जहां सांप काटने पर बुजुर्ग को जिला अस्पताल ले जाया गया था. जहां डॉक्टरों ने बुजुर्ग को मृत को घोषित कर दिया. लेकिन इसके बाद भी परिजन जिला अस्पताल में उसे जिंदा करने के लिए घंटों झाड़-फूंक कराते रहे.
बताया जा रहा कि नारायणपुरा गांव के रहने वाले बुजुर्ग नाथूलाल को बुधवार सुबह अपने खेत पर सोयाबीन में दवाई डालते वक्त जहरीले सांप ने काट लिया. जिसके बाद परिजन उसे पहले गांव के ओझा के पास ले गए. जब आराम नहीं मिला तो 11 बजे के करीब नाथूलाल को परिजन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
उसके बाद भी परिजन स्ट्रेचर पर पड़ी लाश को जिंदा करने के लिए तंत्र-मंत्र के जानकारों को बुला लिया. मौके पर पहुंचे एक ओझा ने नीम की पत्तियों का झाड़ लेकर घंटों तक झाडफ़ूंक की. बीच-बीच में जानकार मृतक के कानों में मंत्र बुदबुदाता रहा. काफी मशक्कत के बाद जब कुछ नहीं हुआ तो परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए, इस दौरान अस्पताल में बड़ी संख्या में मौजूद लोग और पुलिस तमाशा देखती रही.