गुना। स्कूली शिक्षा जीवन में आगे बढ़ने और सफलता प्राप्त करने के लिए बहुत आवश्यक है. स्कूली शिक्षा आत्मविश्वास विकसित करने के साथ ही बच्चों के व्यक्तित्व निर्माण करती है, नई पीढ़ी का निर्माण करने के चलते शिक्षा क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन आए हैं. इन परिवर्तनों को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी आर एल उपाध्याय ने ईटीवी भारत से बातचीत की. उपाध्याय ने बताया कि पिछले सात सालों की तुलना में स्कूलों की संख्या में इजाफा हुआ है, अब हर एक किलोमीटर पर प्राथमिक विद्यालय 3 किलोमीटर पर माध्यमिक विद्यालय 5 किलोमीटर पर हाई स्कूल और हर 8 किलोमीटर पर हायर सेकेंड्री स्कूल मौजूद हैं.
उन्होंने बताया कि स्कूलों की संख्या बढ़ने से शिक्षा के स्तर में सुधार आया है और खासकर बालिका शिक्षा को लेकर लोगों में व्यापक जागरूकता आई है. पहले घर से स्कूल की दूरी ज्यादा होने के चलते लोग बेटियों को स्कूल नहीं भेजते थे, लेकिन सरकारी प्रयास और जागरूकता के चलते लोग बेटियों को पढ़ाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. अगर प्रत्येक नागरिक शिक्षित हो जाता है तो मौलाना अबुल कलाम की वह परिकल्पना साकार हो जाएगी, जिसका सपना उन्होंने शिक्षा मंत्री रहते हुए देखा था.