ETV Bharat / state

गुना में 3 पुलिसकर्मियों की हत्या पर कांग्रेस का बड़ा आरोप, कहा- हत्यारों के तार भाजपा से जुड़े

गुना में 3 पुलिसकर्मियों की हत्या पर कांग्रेस ने बड़ा आरोप लगाते हुए बीजेपी को घेरा है. उन्होंने कहा हत्यारों के तार बीजेपी से जुड़े हैं. (killing of 3 policemen in Guna )

killers are connected with BJP in guna case
गुना मामले में बीजेपी से जुड़े हैं हत्यारे
author img

By

Published : May 14, 2022, 11:12 PM IST

गुना। आरोन में तीन पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद कांग्रेस ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया है. कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए बताया है कि आरोपियों को भाजपा के लोगों का संरक्षण है. इससे संबंधित कुछ फोटो भी शेयर किए हैं. इसमें आरोपियों का संरक्षक हीरेंद्र सिंह बंटी बताया है. हीरेंद्र सिंह को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और कैबिनेट मंत्री अरविंद भदौरिया का नजदीकी बताया गया है. (killing of 3 policemen in Guna )

  • मध्यप्रदेश के गुना में शिकारियों की गोलीबारी से हुई तीन पुलिसकर्मियों की मौत की घटना बेहद दुखद , बेहद पीड़ादायक।

    निश्चित तौर पर अपने कर्तव्य पालन के लिये इन पुलिसकर्मियों ने अपनी शहादत दी है।

    इनकी शहादत को मैं नमन करता हूँ , इनकी शहादत व्यर्थ नही जायेगी।

    — Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 14, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कांग्रेस का बीजेपी पर आरोप: इस मामले में कांग्रेस पहले से ही हमलावर है. पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा था कि सरेआम अपराधी पुलिसकर्मियों की हत्या कर रहे हैं. जंगल में बेखौफ होकर शिकार कर रहे हैं. प्रदेश की कानून व्यवस्था की स्थिति इतनी लचर क्यों है, जिम्मेदार आखिर कहां हैं. कमलनाथ ने आरोप लगाया था कि हर घटना के बाद जागना सरकार की आदत बन चुका है. आज सभी तरह के माफिया प्रदेश में सक्रिय हैं. चाहे भूमाफिया हों, वन माफिया, शराब माफिया हों , रेत माफिया हों. सभी के हौसले बुलंद हैं.

  • बीजेपी फिर हुई बेनक़ाब,
    गुना के हत्यारों का संरक्षक हीरेंद्र सिंह बंटी सिंधिया और अरविंद भदौरिया का बेहद करीबी।

    बीडी शर्मा जी,
    आपका नाम लापरवाह आईजी के साथ जुड़ा तो आपने दूसरों पर कीचड़ उछालना शुरू कर दिया ❓

    वैसे तो शर्म बची नहीं है,
    पर कहीं कोई गुंजाइश हो तो प्रायश्चित सोचो। pic.twitter.com/0928ON18GY

    — MP Congress (@INCMP) May 14, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कई बड़े अधिकारियों के तबादले: गुना के आरोन में 3 पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या के बाद शिवराज सरकार एक्शन में है. सरकार ने कई आईपीएस और आईएएस को इधर से उधर किया है. सबसे पहले गुना के आरोन की घटना के बाद घटनास्थल पर देरी से पहुंचने पर ग्वालियर के आईजी अनिल शर्मा को हटा दिया गया है. उनकी जगह डी श्रीनिवास वर्मा को नया आईजी बनाया गया है. उन्होंने मोर्चा भी संभाल लिया है. इसके बाद खरगोन और सिवनी समेत 4 जिलों के एसपी को हटा दिया गैया है. सिवनी एसपी कुमार प्रतीक और सिद्धार्थ चौधरी को भोपाल पुलिस मुख्यालय भेजा गया है. इसके अलावा सतना और झाबुआ के एसपी का भी तबादला किया गया है. इंदौर के पुलिस उपायुक्त अरविंद तिवारी को झाबुआ एसपी बनाया गया है. गृह विभाग ने इसका आदेश भी जारी कर दिया है.

गुना हत्याकांड: पुलिस पर हमला करने वाला तीसरा शिकारी भी मुठभेड़ में ढ़ेर, 4 फरार अन्य आरोपियों की तलाश जारी, प्रशासन ने पुलिस को दिया फ्री हैंड

ये है मामला: गुना जिले के आरोन थाना क्षेत्र अंतर्गत पुलिस को काले हिरण का शिकार करके ले जाने की सूचना मिली थी. सूचना पर पुलिस गुना शहरोक के जंगलों में पहुंची. वहां पुलिस और बदमाशों के बीच आमना-सामना हुआ और गोलीबारी में एक सब इंस्पेक्टर, एक दीवान और एक आरक्षक की मौत हो गई. पुलिस और शिकारियों में बरखेड़ा और सपा बरखेड़ा के बीच फायरिंग हुई. घटनाक्रम जिस जगह पर हुआ उस जगह पर बदमाशों द्वारा छोड़े गए 3-4 काले हिरण भी मृत अवस्था में पाए गए. इसके साथ ही कुछ अवशेष मोर के मिले हैं.

गुना। आरोन में तीन पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद कांग्रेस ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया है. कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए बताया है कि आरोपियों को भाजपा के लोगों का संरक्षण है. इससे संबंधित कुछ फोटो भी शेयर किए हैं. इसमें आरोपियों का संरक्षक हीरेंद्र सिंह बंटी बताया है. हीरेंद्र सिंह को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और कैबिनेट मंत्री अरविंद भदौरिया का नजदीकी बताया गया है. (killing of 3 policemen in Guna )

  • मध्यप्रदेश के गुना में शिकारियों की गोलीबारी से हुई तीन पुलिसकर्मियों की मौत की घटना बेहद दुखद , बेहद पीड़ादायक।

    निश्चित तौर पर अपने कर्तव्य पालन के लिये इन पुलिसकर्मियों ने अपनी शहादत दी है।

    इनकी शहादत को मैं नमन करता हूँ , इनकी शहादत व्यर्थ नही जायेगी।

    — Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 14, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कांग्रेस का बीजेपी पर आरोप: इस मामले में कांग्रेस पहले से ही हमलावर है. पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा था कि सरेआम अपराधी पुलिसकर्मियों की हत्या कर रहे हैं. जंगल में बेखौफ होकर शिकार कर रहे हैं. प्रदेश की कानून व्यवस्था की स्थिति इतनी लचर क्यों है, जिम्मेदार आखिर कहां हैं. कमलनाथ ने आरोप लगाया था कि हर घटना के बाद जागना सरकार की आदत बन चुका है. आज सभी तरह के माफिया प्रदेश में सक्रिय हैं. चाहे भूमाफिया हों, वन माफिया, शराब माफिया हों , रेत माफिया हों. सभी के हौसले बुलंद हैं.

  • बीजेपी फिर हुई बेनक़ाब,
    गुना के हत्यारों का संरक्षक हीरेंद्र सिंह बंटी सिंधिया और अरविंद भदौरिया का बेहद करीबी।

    बीडी शर्मा जी,
    आपका नाम लापरवाह आईजी के साथ जुड़ा तो आपने दूसरों पर कीचड़ उछालना शुरू कर दिया ❓

    वैसे तो शर्म बची नहीं है,
    पर कहीं कोई गुंजाइश हो तो प्रायश्चित सोचो। pic.twitter.com/0928ON18GY

    — MP Congress (@INCMP) May 14, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कई बड़े अधिकारियों के तबादले: गुना के आरोन में 3 पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या के बाद शिवराज सरकार एक्शन में है. सरकार ने कई आईपीएस और आईएएस को इधर से उधर किया है. सबसे पहले गुना के आरोन की घटना के बाद घटनास्थल पर देरी से पहुंचने पर ग्वालियर के आईजी अनिल शर्मा को हटा दिया गया है. उनकी जगह डी श्रीनिवास वर्मा को नया आईजी बनाया गया है. उन्होंने मोर्चा भी संभाल लिया है. इसके बाद खरगोन और सिवनी समेत 4 जिलों के एसपी को हटा दिया गैया है. सिवनी एसपी कुमार प्रतीक और सिद्धार्थ चौधरी को भोपाल पुलिस मुख्यालय भेजा गया है. इसके अलावा सतना और झाबुआ के एसपी का भी तबादला किया गया है. इंदौर के पुलिस उपायुक्त अरविंद तिवारी को झाबुआ एसपी बनाया गया है. गृह विभाग ने इसका आदेश भी जारी कर दिया है.

गुना हत्याकांड: पुलिस पर हमला करने वाला तीसरा शिकारी भी मुठभेड़ में ढ़ेर, 4 फरार अन्य आरोपियों की तलाश जारी, प्रशासन ने पुलिस को दिया फ्री हैंड

ये है मामला: गुना जिले के आरोन थाना क्षेत्र अंतर्गत पुलिस को काले हिरण का शिकार करके ले जाने की सूचना मिली थी. सूचना पर पुलिस गुना शहरोक के जंगलों में पहुंची. वहां पुलिस और बदमाशों के बीच आमना-सामना हुआ और गोलीबारी में एक सब इंस्पेक्टर, एक दीवान और एक आरक्षक की मौत हो गई. पुलिस और शिकारियों में बरखेड़ा और सपा बरखेड़ा के बीच फायरिंग हुई. घटनाक्रम जिस जगह पर हुआ उस जगह पर बदमाशों द्वारा छोड़े गए 3-4 काले हिरण भी मृत अवस्था में पाए गए. इसके साथ ही कुछ अवशेष मोर के मिले हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.