डिंडौरी। नवरात्रि की अष्टमी के मौके पर नूनखांन गांव में मां भगवती का मनोरम पंडाल सजाया गया. इस दौरान संध्या महाआरती के साथ भजन संध्या का आयोजन किया. जिसमें भारी संख्या में भक्त शामिल हुए. विक्रमपुर चौकी क्षेत्र अंतर्गत नूनखांन गांव में रखी गई देवी प्रतिमा की झांकी में हुई आरती के बाद छत्तीसगढ़ी गीतों को सुनते ही करीब आधा सैकड़ा महिलाओं को अचानक भाव आने लगे.
देखते ही देखते भाव खेलने वाली महिलाओं की संख्या बढ़ने लगी. गाना समापन के बाद मौके पर मौजूद पंडा ने भाव खेल रही महिलाओं पर जल छिड़ककर उन्हें शांत कराया. डिंडौरी में संध्या आरती की रौनक इतनी चमकदार और खूबसूरत होती है कि लोग इसे देखने दूर-दूर से यहां पहुंचते हैं.
खासकर ग्रामीण इलाकों में पारंपरिक परिधानों में सजे-धजे लोग इस पूजा की भव्यता और सुंदरता और बढ़ा देते हैं. चारों ओर उत्सव सहित भजन कीर्तन का माहौल समां बांध देता है. संध्या आरती नौ दिनों तक चलने वाले त्योहार के दौरान रोज शाम को की जाती है. पंडालों में संगीत, शंख, ढोल, नगाड़ों, घंटियों और नाच-गाने के बीच संध्या आरती की रस्म पूरी होती है.