डिंडौरी । जिला अस्पताल में सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना गाइडलाइन का उल्लघंन करते हुए करीब 40 महिलाओं की नसबंदी कराने का मामला सामने आया है. मेडिकल ऑफिसर से जब इस बारे में सवाल किया गया, तो डॉ त्रिलोक चंद्र कोस्टा ने जिम्मेदारी से पल्ला झड़ते हुए कहा कि महिलाओं को खुद फेस मास्क लगाना चाहिए था.
सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लघंन कर कराई गई नसबंदी
डिंडौरी के सरकारी अस्पताल में सोशल डिस्टेंसिंग और नियमों का उल्लंघन कर 40 महिलाओं की नसबंदी कराई गई. जिन 40 महिलाओं की इस कड़कड़ाती ठंड में नसबंदी की गई, वहां न तो कोरोना गाइडलाइन का पालन करवाया गया, और न ही सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करवाया गया.
महिलाओं का कहना फेस मास्क नहीं दिया गया
महिलाओं के मुताबिक जिन महिलाओं की नसबंदी कराई गई, उन्हें न तो मास्क दिया और न ही सोशल डिस्टेंस का पालन कराया. वहीं मामले में जब शहपुरा के सरकारी अस्पताल में पदस्थ डॉ त्रिलोक चंद्र कोस्टा से बात की गई, तो उन्होंने उल्टा महिलाओं को ही इसके लिए जिम्मेदार ठहराया.
100 महिलाओं ने कराया था रजिस्ट्रेशन
बता दें कि करीब 100 महिलाओं ने नसबंदी कराने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था. जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क न लगाएं जाने की शिकायत मिली. एक तरफ जिले का स्वास्थ्य विभाग आमजन को कोविड-19 के नियमों का पालन करने के लिए जागरूक कर रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग ही लापरवाही कर रहा है.