डिंडौरी। महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से सात विकास खंडों में मजदूर महिलाओं को आजीविका मिशन के तहत ट्रेंड किया जा रहा है. जिसके तहत महिलाएं राजगीर बनकर सम्मानित आय पा सकेंगी. ये महिलाएं प्रधानमंत्री आवास निर्माण के जरिये काम कर रही हैं और नया काम सीख रही हैं. इन महिलाओं को प्रतिदिन 250 रुपये की आमदनी होगी.
उन्होंने बताया कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास की अतिरिक्त मुख्य सचिव गौरी सिंह ने पूरे मध्यप्रदेश में महिलाओं को अपग्रेट कर राजमिस्त्री का प्रशिक्षण देने के निर्देश दिये थे. महिलाओं की पहली युनिट में 6 महिलाएं शामिल हैं, जो प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान का निर्माण करेंगी. आजीविका मिशन के तहत जिले में 700 महिलाओं को प्रशिक्षित कर राजमिस्त्री बनाया जायेगा.
क्या कहती हैं महिला मजदूर
प्रशिक्षण ले रही यशोदा बाई धुर्वे का कहना है कि सीईओ बजाग अपनी मौजूदगी में ट्रेनिंग दिलवा रही हैं. आवास बनाने की सारी बारीकियां वो यहां सिख रही हैं. यशोदा बाई ने बताया कि गड्ढा खुदाई, क्रंकीट डालना, जाल डालना, कालम खड़े करना, ईटों की जुड़ाई करना, बीम डालना सीख चुकी हैं. उनका कहना है कि पहले उसे मजदूरी करने पर 150 रुपये की आय होती थी, लेकिन अब 250 रुपये आय होने लगी है.
महिलाओं को सशक्त बनाने की पहल
बजाग जनपद क्षेत्र की महिला सीईओ स्वाति सिंह बघेल का कहना है कि महिलाओं को सशक्त करने की अनोखी पहल है. 42 महिलाएं पहले सेशन में ट्रेंड होंगी, जिसके चलते मजदूर महिलाओं को सशक्त कर राजमिस्त्री की ट्रेनिंग दिलाई गई है. प्रति जनपद 7 आवास का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें एक यूनिट काम कर रही है, प्रति यूनिट में 6 महिलाएं शामिल हैं. नये लक्ष्य में इन्हीं महिलाओं को काम देकर पुनरावृत्ति होगी.