डिंडौरी। जिले में जनजाति कल्याण केन्द्र महाकौशल बरगांव और कृषि रसायन विज्ञान जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के संयुक्त तत्वाधान में 1 से 7 दिसम्बर तक कार्यक्रम आयोजन किया गया.
कार्यक्रम के अन्तर्गत मृदा स्वास्थ्य जागरूकता रैली, मृदा परीक्षण और फसल अनुक्रिया सहसंबंध शास्त्र के अन्तर्गत घुण्डीसरई ग्राम में कृषि वैज्ञानिक ने मृदा स्वास्थ्य के संबंध में उपस्थित कृषकों को प्रशिक्षण दिया. साथ ही मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण भी किया.
मृदा स्वास्थ्य कार्ड का किया गया वितरण, रैली निकालकर किया गया अन्नदाता को जागरूक
डिंडौरी में जनजाति कल्याण केन्द्र बरगांव एवं जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के तत्वावधान में घुंडीसरई में किसानों को दिया गया प्रशिक्षण. साथ ही रैली निकाल कर किसानों को जागरूक भी किया गया.
डिंडौरी। जिले में जनजाति कल्याण केन्द्र महाकौशल बरगांव और कृषि रसायन विज्ञान जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के संयुक्त तत्वाधान में 1 से 7 दिसम्बर तक कार्यक्रम आयोजन किया गया.
कार्यक्रम के अन्तर्गत मृदा स्वास्थ्य जागरूकता रैली, मृदा परीक्षण और फसल अनुक्रिया सहसंबंध शास्त्र के अन्तर्गत घुण्डीसरई ग्राम में कृषि वैज्ञानिक ने मृदा स्वास्थ्य के संबंध में उपस्थित कृषकों को प्रशिक्षण दिया. साथ ही मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण भी किया.
इस कार्यक्रम में जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के डॉ.पी एस कुल्हारे,डॉ.अमित कुमार उपाध्याय, डॉ.राकेश कुमार साहू, डॉ.गोपाल सिंह टैगोर,श्री सुभाष जैन एवं कल्याण केन्द्र बरगांव के जैविक कृषि प्रशिक्षक बिहारी लाल साहू, ग्राम पंचायत सरपंच जेठूलाल,कृषक ढोकल सिंह,भागसिंह आदि कृषक ग्राम चन्दवाही,डोभी,घुण्डीसरई से उपस्थित रहे जिनकी संख्या लगभग 160 रही।
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बाइट1- बिहारी लाल साहू, जैविक कृषि प्रशिक्षक, जनजाति कल्याण केन्द्रConclusion:जनजाति कल्याण केन्द्र महाकौशल बरगांव एवं मृदा विज्ञान और कृषि रसायन विज्ञान जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के संयुक्त तत्वाधान में 1 से 7 दिसम्बर 2019 के अन्तर्गत मृदा स्वास्थ्य जागरूकता रैली,मृदा परीक्षण एवं फसल अनुक्रिया सहसंबंध शास्त्र के अन्तर्गत ग्राम घुण्डीसरई कृषि वैज्ञानिक ने मृदा स्वास्थ्य के संबंध में उपस्थित कृषकों को प्रशिक्षण दिया ।साथ ही मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण किए साथ ही मृदा स्वास्थ्य जागरूकता रैली छात्रों द्वारा पूरे गांव में निकालकर किसानों को जागरूक करने की पहल की और नारे लगाकर मृदा को स्वस्थ बनाने को कहा