डिंडौरी। सरकार शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए कई दावे करती है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है. मेहदबानी जनपद क्षेत्र के ग्राम कठौतिया के प्राइमरी स्कूल में मध्याह्न भोजन को खाने के बाद बच्चों को थाली खुद ही धोनी पड़ती है. वहीं मध्याह्न भोजन समूह संचालक के इस तानाशाही रवैये से प्राइमरी और मिडिल स्कूल के प्राचार्य भी हैरान हैं. उनका कहना है कि इस बात की शिकायत करने के बावजूद समूह संचालकों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
प्राइमरी और माध्यमिक स्कूल के प्राचार्य का आरोप है कि स्कूल में दोपहर के मध्याह्न भोजन को लेने से पहले थाली बच्चों को खुद ही धोनी पड़ती है. वहीं भोजन करने के बाद जूठी थाली भी बच्चों को ही धोनी पड़ती है. यह काम बच्चों से एक या दो दिन नहीं बल्कि प्रतिदिन करवाया जाता है. प्राइमरी स्कूल के बच्चों ने बताया कि स्कूल में पीने के लिए पानी भी उन्हें खुद ही भरकर पीना पड़ता है.
वहीं इस मामले में शासकीय प्राइमरी स्कूल के प्रधानाध्यापक गया प्रसाद का कहना है कि कई बार समूह वाली महिलाओं को इस बारे में समझाया गया है कि बच्चों से थाली धुलवाने का काम न करवाएं, पर वे मानती ही नहीं हैं. वहीं इसकी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से की जा चुकी है, लेकिन इन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है. ऐसा ही शासकीय माध्यमिक स्कूल की प्राचार्या फूलवती पदम का कहना है कि मध्याह्न भोजन संचालन करने वाली समूह की महिलाओं के रवैये की जानकारी पत्र के माध्यम से वरिष्ठ अधिकारियों को दी जा चुकी है, लेकिन इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है.