डिंडौरी। गाड़ासरई थाना क्षेत्र का ग्राम रत्ना के लोग इन दिनों दहशत में जीने को मजबूर हैं. गांव में लगे प्लांट मे हो रही अवैध ब्लास्टिंग के कारण लोगों के घरों में दरार तक आ गई है. रत्ना गांव में बने प्लांट पर लगातार ब्लास्टिंग की जाती है और इसकी सूचना ग्रामीणों को नहीं दी जाती है, जिस कारण लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी जब भी विस्फोट करती है, उन्हें भूकंप जैसा लगता है और उन्हें मजबूरन घर से बाहर जाना पड़ता है. कच्चे मकानों की दीवार गिरने की कगार में है. वहीं हैंडपंपों का जलस्तर नीचे जा रहा है, इससे उसमें से पानी निकलना बंद हो रहा है.
पुलिस को नहीं है जानकारी
नक्सल प्रभावित डिंडौरी में बारूद का प्रयोग नजदीकी थाना-चौकियों में सूचना देने के बाद ही किया जा सकता है, लेकिन सब इंस्पेक्टर गाड़ासरई अखिलेश दाहिया ने रत्ना में हो रहे किसी तरह के विस्फोट की जानकारी से इनकार किया है.
लगा रखा है अवैध प्लांट
खनिज निरीक्षक की मानें तो जिले में कहीं भी मोबाइल क्रशर लगाए जाने की स्वीकृति नहीं है. रत्ना में इस्कॉन कंपनी डामर प्लांट लगाने के अलावा मौके पर तीन-तीन मोबाइल क्रशर लगा रखे हैं. अब देखना यह है कि रत्ना मामले में प्रशासन क्या कार्रवाई करती है.