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अवैध ब्लास्टिंग से ग्रामीण परेशान, दहशत में गुजर रही जिंदगी

डिंडौरी जिले के गाड़ासरई थाना क्षेत्र का ग्राम रत्ना इन दिनों अवैध धमाकों से थर्राया हुआ है. ग्रामीण दहशत के माहौल में जीने को मजबूर हैं.

Rural harassed by illegal blasting in gadhasari
अवैध ब्लास्टिंग से ग्रमीण परेशान
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Published : Dec 23, 2019, 1:58 PM IST

Updated : Dec 23, 2019, 2:19 PM IST

डिंडौरी। गाड़ासरई थाना क्षेत्र का ग्राम रत्ना के लोग इन दिनों दहशत में जीने को मजबूर हैं. गांव में लगे प्लांट मे हो रही अवैध ब्लास्टिंग के कारण लोगों के घरों में दरार तक आ गई है. रत्ना गांव में बने प्लांट पर लगातार ब्लास्टिंग की जाती है और इसकी सूचना ग्रामीणों को नहीं दी जाती है, जिस कारण लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

अवैध ब्लास्टिंग से ग्रामीण परेशान

ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी जब भी विस्फोट करती है, उन्हें भूकंप जैसा लगता है और उन्हें मजबूरन घर से बाहर जाना पड़ता है. कच्चे मकानों की दीवार गिरने की कगार में है. वहीं हैंडपंपों का जलस्तर नीचे जा रहा है, इससे उसमें से पानी निकलना बंद हो रहा है.

पुलिस को नहीं है जानकारी
नक्सल प्रभावित डिंडौरी में बारूद का प्रयोग नजदीकी थाना-चौकियों में सूचना देने के बाद ही किया जा सकता है, लेकिन सब इंस्पेक्टर गाड़ासरई अखिलेश दाहिया ने रत्ना में हो रहे किसी तरह के विस्फोट की जानकारी से इनकार किया है.

लगा रखा है अवैध प्लांट
खनिज निरीक्षक की मानें तो जिले में कहीं भी मोबाइल क्रशर लगाए जाने की स्वीकृति नहीं है. रत्ना में इस्कॉन कंपनी डामर प्लांट लगाने के अलावा मौके पर तीन-तीन मोबाइल क्रशर लगा रखे हैं. अब देखना यह है कि रत्ना मामले में प्रशासन क्या कार्रवाई करती है.

डिंडौरी। गाड़ासरई थाना क्षेत्र का ग्राम रत्ना के लोग इन दिनों दहशत में जीने को मजबूर हैं. गांव में लगे प्लांट मे हो रही अवैध ब्लास्टिंग के कारण लोगों के घरों में दरार तक आ गई है. रत्ना गांव में बने प्लांट पर लगातार ब्लास्टिंग की जाती है और इसकी सूचना ग्रामीणों को नहीं दी जाती है, जिस कारण लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

अवैध ब्लास्टिंग से ग्रामीण परेशान

ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी जब भी विस्फोट करती है, उन्हें भूकंप जैसा लगता है और उन्हें मजबूरन घर से बाहर जाना पड़ता है. कच्चे मकानों की दीवार गिरने की कगार में है. वहीं हैंडपंपों का जलस्तर नीचे जा रहा है, इससे उसमें से पानी निकलना बंद हो रहा है.

पुलिस को नहीं है जानकारी
नक्सल प्रभावित डिंडौरी में बारूद का प्रयोग नजदीकी थाना-चौकियों में सूचना देने के बाद ही किया जा सकता है, लेकिन सब इंस्पेक्टर गाड़ासरई अखिलेश दाहिया ने रत्ना में हो रहे किसी तरह के विस्फोट की जानकारी से इनकार किया है.

लगा रखा है अवैध प्लांट
खनिज निरीक्षक की मानें तो जिले में कहीं भी मोबाइल क्रशर लगाए जाने की स्वीकृति नहीं है. रत्ना में इस्कॉन कंपनी डामर प्लांट लगाने के अलावा मौके पर तीन-तीन मोबाइल क्रशर लगा रखे हैं. अब देखना यह है कि रत्ना मामले में प्रशासन क्या कार्रवाई करती है.

Intro:एंकर _ डिंडोरी जिले के गाड़ासरई थाना क्षेत्र का ग्राम रत्ना इन दिनों अवैध धमाकों से थर्राया हुआ है ग्रामीण दहशत के माहौल में जीने को मजबूर हैं और जिम्मेदार जानकारी होने पर कार्यवाही की बात कह रहे हैं ग्राम रत्ना के ग्रामीणों ने बताया कि जब से एस्कॉन कंपनी के ठेकेदार ने अपना कृष्ण लगाया हुआ है तभी से आए दिन ब्लास्टिंग की जा रही है और ब्लास्टिंग के पूर्व भी ग्रामीणों को किसी प्रकार की सूचना नहीं दी जाती हैBody:डिंडौरी जिले के गाड़ासरई से महज 5 किलोमीटर दूर ग्राम रत्ना में इस्कोन कंपनी द्वारा एक बड़ा क्रेशर प्लान्ट लगाया गया है,जहाँ चलित क्रेसर के माध्यम से बड़े पैमाने पर गिट्टियाँ तैयार की जाती है फिर इन गिट्टीयों को डामल प्लान्ट में मिक्स कर निर्माण स्थल तक पहुंचाया जाता है।

लेकिन इस पूरी प्रक्रिया से पहले मौके पर ही भारी मात्रा में विस्फोटक का प्रयोग भी किया जाता है विस्फोटक से पत्थर निकाल गिट्टी में तब्दील करने का यह सिलसिला विगत एक वर्ष से बदस्तूर जारी है।जिसके चलते रत्ना गांव आये दिन हो रहे धमाकों से थर्रा उठता है और यहाँ के स्थानीय निवासियों का जीना मुहाल है।स्थानीय जनो की माने तो जब - जब उक्त कंपनी द्वारा विस्फोटक का प्रयोग किया जाता है ,तब -तब उन्हें भूकंप
जैसा महसूस होता हैऔर मजबूरी वश उन्हें घर छोड़कर बाहर जाना पड़ता है विस्फोट की धमक से गाव के दर्जनो मकानों में दरार पड़ गई है कच्चे मकानों की दीवाल गिरने की कगार में है तो वही हेड पम्पो का जल स्तर नीचे जा रहा है जिससे हेड पम्पो से पानी निकलना बंद हो रहा है, देखा गया कि उक्त प्लांट से बस्ती की दूरी लगभग 3 से 4 सौ मीटर के आसपास ही है।


नक्सल संभावित डिंडौरी जिले में बारूद का प्रयोग नजदीकी थाना -चौकियों में सूचना देने के उपरांत नियमो का समुचित पालन करते हुए ही किया जा सकता है।लेकिन रत्ना में विगत एक वर्ष से विस्फोटक का प्रयोग भारी मात्रा में किया जा रहा है।

डिंडोरी खनिज निरीक्षक की माने तो जिले में कहीं भी मोबाइल क्रेसर लगाये जाने की स्वीकृति नही है।लेकिन इस्कोन कंपनी ने रत्ना में बड़ा सा डामर प्लांट लगाने के अलावा मौके पर तीन -तीन मोबाइल क्रेसर लगा रखे हैं।और यह जानकारी खनिज निरीक्षक के अलावा जिला प्रशासन के संज्ञान में भी है,अब देखना यह है कि रत्ना मामले में कलेक्टर डिंडौरी द्वारा तैयार किया गया दमन दल क्या कार्यवाही करता है।

Conclusion:बाइट 01 अनीता महोबिया,ग्रामीण महिला रत्ना
बाइट 02 ग्रामीण,रत्ना
बाइट 03 अखिलेश दाहिया,सब इंस्पेक्टर गाड़ासरई
Last Updated : Dec 23, 2019, 2:19 PM IST
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