ETV Bharat / state

रियलिटी चेक, सीधी बस हादसे से डिंडौरी ने लिया सबक,दुरुस्त है व्यवस्था - अग्निशमन यंत्र

डिंडौरी जिले में ईटीवी भारत द्वारा किए गए रियलिटी चेक में देखा गया कि यहां बसों में यात्रियों की क्षमता संख्या से कम पाई गई. साथ ही सीधी बस हादसे से सबक लेते हुए सारी अग्निशमन यंत्र फर्स्ट एड किट वाहन का बीमा रजिस्ट्रेशन जैसी तमाम व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली है.

Reality check of buses in Dindori
डिंडौरी में बसों का रियलिटी चेक
author img

By

Published : Feb 18, 2021, 9:19 AM IST

Updated : Oct 7, 2022, 7:01 PM IST

डिंडौरी। मध्य प्रदेश के सीधी जिला में बस हादसे के बाद पूरे प्रदेश में सड़कों पर दौड़ने वाली बसों और टैक्सियों की ग्राउंड जीरो पर हालात जाने ईटीवी भारत ने बड़ी पड़ताल शुरू की है. ईटीवी भारत ने डिंडौरी के बस स्टैंड में जाकर जबलपुर, मंडला, शहडोल मार्ग पर चलने वाली बसों में जाकर पड़ताल की है.

बसों में मौजूद सुरक्षा के उपकरण

डिंडौरी बस स्टैंड में पड़ताल के दौरान बस मालिक गणेश चौबे से जानकारी मिली की, सीधी हादसे के बाद डिंडौरी से चलने वाली अधिकांश बसों के ड्राइवर और कंडक्टर ने बसों में अग्निशमन यंत्र फर्स्ट एड किट वाहन का बीमा रजिस्ट्रेशन बस में निर्धारित सीट जैसी तमाम व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली है. ताकि अगर हादसा हो तो इन सब व्यवस्थाओं के जरिए उन पर काबू पाया जा सके.

बस दस्तावेजों से लैस

बस के कंडक्टर राजू श्रीवास्तव ने बताया कि हमारी बस के समस्त दस्तावेज जिनमें रजिस्ट्रेशन ,फिटनेस ,बीमा ,परमिट सभी कंपलीट है. वहीं बसों में जितनी सीट है उस हिसाब से सवारी बैठाई जाती है. वहीं बस में सवारियों की सुरक्षा का भी पूरा इंतजाम किया गया है. किसी तरह की कोई असुविधा सवारियों को नहीं होती है.

यातायात नियमों का सख्ती से करें पालन

वहीं बस में सवार यात्री वीरेंद्र पड़वार की मानें तो सीधी बस हादसे में लापरवाही बस ड्राइवर की थी. अगर बस को जिस रुट का परमिट था उस दिशा से ले जाया जाता तो यह हादसा शायद न घटना. लेकिन अब सभी बस चालकों को यातायात के नियमों का कड़ाई से पालन करना चाहिए. ताकि सीधी जिला जैसे सड़क हादसे न हो. वैसे डिंडौरी में क्षमता से अधिक बसों में सवारियां नहीं बैठाई जाती है.

बहरहाल मौके पर जिन बसों पर ईटीवी भारत ने पड़ताल की तो उनमें अग्निशमन यंत्र,फास्टेड बॉक्स व यात्रियों की क्षमता संख्या से कम पाई गई. लेकिन अगर बात बसों के दस्तावेजों की करें तो असल सच्चाई जिला परिवहन अधिकारी ही बयां कर सकती है.

डिंडौरी। मध्य प्रदेश के सीधी जिला में बस हादसे के बाद पूरे प्रदेश में सड़कों पर दौड़ने वाली बसों और टैक्सियों की ग्राउंड जीरो पर हालात जाने ईटीवी भारत ने बड़ी पड़ताल शुरू की है. ईटीवी भारत ने डिंडौरी के बस स्टैंड में जाकर जबलपुर, मंडला, शहडोल मार्ग पर चलने वाली बसों में जाकर पड़ताल की है.

बसों में मौजूद सुरक्षा के उपकरण

डिंडौरी बस स्टैंड में पड़ताल के दौरान बस मालिक गणेश चौबे से जानकारी मिली की, सीधी हादसे के बाद डिंडौरी से चलने वाली अधिकांश बसों के ड्राइवर और कंडक्टर ने बसों में अग्निशमन यंत्र फर्स्ट एड किट वाहन का बीमा रजिस्ट्रेशन बस में निर्धारित सीट जैसी तमाम व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली है. ताकि अगर हादसा हो तो इन सब व्यवस्थाओं के जरिए उन पर काबू पाया जा सके.

बस दस्तावेजों से लैस

बस के कंडक्टर राजू श्रीवास्तव ने बताया कि हमारी बस के समस्त दस्तावेज जिनमें रजिस्ट्रेशन ,फिटनेस ,बीमा ,परमिट सभी कंपलीट है. वहीं बसों में जितनी सीट है उस हिसाब से सवारी बैठाई जाती है. वहीं बस में सवारियों की सुरक्षा का भी पूरा इंतजाम किया गया है. किसी तरह की कोई असुविधा सवारियों को नहीं होती है.

यातायात नियमों का सख्ती से करें पालन

वहीं बस में सवार यात्री वीरेंद्र पड़वार की मानें तो सीधी बस हादसे में लापरवाही बस ड्राइवर की थी. अगर बस को जिस रुट का परमिट था उस दिशा से ले जाया जाता तो यह हादसा शायद न घटना. लेकिन अब सभी बस चालकों को यातायात के नियमों का कड़ाई से पालन करना चाहिए. ताकि सीधी जिला जैसे सड़क हादसे न हो. वैसे डिंडौरी में क्षमता से अधिक बसों में सवारियां नहीं बैठाई जाती है.

बहरहाल मौके पर जिन बसों पर ईटीवी भारत ने पड़ताल की तो उनमें अग्निशमन यंत्र,फास्टेड बॉक्स व यात्रियों की क्षमता संख्या से कम पाई गई. लेकिन अगर बात बसों के दस्तावेजों की करें तो असल सच्चाई जिला परिवहन अधिकारी ही बयां कर सकती है.

Last Updated : Oct 7, 2022, 7:01 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.