डिंडोरी। अपने कार्यकर्ताओं को सुचिता और अनुशासन का पाठ पढ़ाने वाली बीजेपी जिला अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर विवादो में आ गई है. 16 दिसंबर को बीजेपी ने 3 जिला अध्यक्षों की घोषणा की. (Dindori BJP District President) जिनमें डिंडोरी जिला अध्यक्ष अवधराज बिलैया एक मामले में फरार चल रहे हैं.संघ अच्छे चरित्र वालों को सियासत ने देखना चाहता है, लेकिन डिंडोरी जिले के नए अध्यक्ष पर एक मामला 2014 का दर्ज है. इस प्रकरण में आरोपी अवधराज फरार चल रहे हैं.
कांग्रेस ने साधा निशाना: बीजेपी ने दागी को जिला अध्यक्ष बना दिया. इस नियुक्ति के बाद कांग्रेस को बीजेपी पर हमला बोलने का मौका मिल गया. कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा की यदि बीजेपी ने एक आरोपी जो कि थाने से फरार घोषित हैं. उन पर कोर्ट केस चल रहा है, लेकिन अब बीजेपी के जिला अध्यक्ष घोषित हो गए हैं. उनके खिलाफ अब कोई कार्रवाईनहीं होगी. क्योंकि बीजेपी में आने के बाद व्यक्ति गंगा की तरह पवित्र हो जाता है. अब उसपर कोई नियम लागू नहीं होंगे.
बीजेपी ने साधी चुप्पी: अक्टूबर में जिलाध्यक्ष बदले गए. बीजेपी ने ग्वालियर-कटनी समेत पांच जिलाध्यक्षों को बदला था. पूर्व अध्यक्षों को प्रदेश कार्यसमिति में सदस्य नियुक्त किया गया. हालांकि, बीजेपी ने इस मामले पर चुप्पी साध ली है. नेताओं ने खुद को कार्यसमिति में व्यस्त बता रहे हैं.
इन नेताओं से है घनिष्ठता: नवनियुक्त भाजपा जिला अध्यक्ष वर्ष 2000 से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े हुए है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा के संपर्क में है. विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के रूप में भी कई जिम्मेदारियों का निर्वहन किया है. पूर्व युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष पांडेय और प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा के संपर्क से आज उन्हें भाजपा जिला अध्यक्ष बनाया गया है. जिला अध्यक्ष नियुक्त होने से पहले तक अवधराज बिलैया भाजपा जिला महामंत्री का दायित्व सम्भाल रहे थे.