डिंडौरी। सीएम शिवराज सिंह चौहान का आदिवासी जिला डिंडोरी में जमकर विरोध हो रहा है. विरोध प्रदर्शन का मुख्य कारण मुख्यमंत्री के उस आदेश को बताया जा रहा है, जिसमे सीएम ने प्रदेश के जंगल की 40 प्रतिशत जमीन को निजी हाथों में देने की बात कही है. इसको लेकर बुधवार को डिंडोरी कलेक्ट्रेट पहुंचकर जयस संगठन ने राज्यपाल के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौपा और मांग की है कि, उक्त आदेश निरस्त किया जाए, क्योंकि इससे आदिवासियों के अधिकारों का हनन होगा.
जयस के जिला अध्यक्ष इंद्रपाल सिंह ने बताया कि, प्रदेश सरकार जंगल की उस भूमि को निजी हाथों में सौपना चाहती है, जो बिगड़ी भूमि है. सरकार की इस मंशा को जयस संगठन कभी पूरा नहीं होने देगा. अगर शिवराज सरकार अपना निर्णय नहीं बदलती, तो आने वाले दिनों में संगठन सड़कों पर उतर जाएगा.
जयस की महिला संगठन पदाधिकारी श्याम कुमारी धुर्वे का कहना है कि, जंगल को अगर काटा जा रहा है. अगर सरकार जंगल की बिगड़ी भूमि निजी हाथों में ही देना चाहती है, तो ग्राम पंचायतों को दे, ताकि वो उसकी देखरेख कर सके.