डिंडौरी। जिले के करंजिया मुख्यालय में कोरोना वायरस से संक्रमित मामला सामने आने के बाद पूरे जिले में हड़कंप मच गया है. जिले के प्रत्येक व्यक्ति के मन में कोरोना कहर का डर समा गया है. आलम ये है कि नागरिक गांव स्तर पर स्वंय के साथ गांव को सुरक्षित बचाएं रखने का बीड़ा उठाते हुए, आम यातायात के रास्ते मार्ग को सील कर रहे हैं. करंजिया क्षेत्र में अलग अलग विभाग का सरकारी अमला वनांचल क्षेत्र छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश की सीमा तट पर बसे गांव दलदल, कपोटी, पंडरी पानी, ठाढ़पथरा के चौराहे की नाकाबंदी कर सील कर दिया है.
बताया जा रहा है कि करंजिया विकास खंड के अंतर्गत अलग-अलग क्षेत्रों में सीमावर्ती सहित राज्य की सीमाओं को कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने से रोकने के लिए आम यातायात को बंद करने के लिए एहतियातन ये कदम उठाया गया है क्योंकि वर्तमान में कोरोना वायरस के चलते जो परिस्थिति बनी है. उसके मद्देनजर ग्रामीण क्षेत्र में परिवहन आवागमन पर रोक लगाने के लिए ये कदम उठाना जरूरी है, कस्बे से तीन किमी दूर सिवनी नर्मदा नदी संगम तट पर बने पुल के नजदीक डिंडौरी, अनूपपुर जिले की सीमावर्ती क्षेत्र को सील कर दिया गया है.
अनुपपुर जिले के क्षेत्र में डिंडौरी जिले के लोगों को आने जाने से रोकने के लिए पहले पुल के ऊपर बबूल के कांटे बिछा दिए हैं और उसके आगे कच्चे मार्ग को खोदकर गड्डा बना दिया, एक ग्रामीण ने बताया कि इसकी देखरेख के लिए यहां कोटवार मौजूद रहता है. वैसे भी ग्रामवासी पास के जिले में कोरोना अटैक की खबर से सावधान हो गए हैं.
जानकारी के अनुसार अब सभी गांवों में इस तरह की पहल ग्रामवासी कर रहे हैं. चुनपथरी लालखाती गांव में स्थानीय लोगों ने मुख्य प्रवेश मार्ग को बंद कर बाहरी व्यक्ति के गांव के अंदर आने पर सख्ती से रोक लगा दी है. ग्रामीणों ने साफतौर पर ग्राम की सीमा पर ग्रामीणों ने साफतौर पर लिख रखा है कि कोरोनावायरस वैश्विक महामारी के उपजे परिस्थिति के कारण कोई भी बाहरी व्यक्ति गांव में न आए. कोरोना का डर सबके मन में बैठ गया है, इसी के चलते ग्रामीण जागरूकता हैं, ताकि इस महामारी से बच सकें.