डिंडौरी। अवैध होर्डिंग के मामले में सियासी बयान बाजी तेज हो गई है. अवैध होर्डिंग को तत्काल हटाने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ को सोशल मीडिया के माध्यम से निर्देश देने पड़े. बावजूद इसके जिले में अब तक उनके निर्देशों पर अमल नहीं किया जा रहा है. इस मामले में बीजेपी की महिला जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योतिप्रकाश धुर्वे ने तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने अवैध होर्डिंग हटाने के निर्देश तो दे दिए लेकिन उन पर अभी तक अमल नहीं हुआ है. सीएम कमलनाथ के मंत्री और विधायक ही उनके आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं.
ज्योतिप्रकाश धुर्वे ने कहा कि उन्होंने कहा कि सीएम के निर्देशों के बाद बाकी के होर्डिंग हटाए जा रहे हैं, लेकिन सिर्फ कांग्रेस नेताओं के होर्डिंग्स लगे हैं. धुर्वे ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस प्रदेश में एक ही तरह का कानून सबके लिए लागू करे, जो कांग्रेस कभी नहीं कर सकती.
वहीं सीएमओ नगर परिषद शशांक आर्मो का कहना है कि ऐसे 10 से 11 स्थान हैं, जहां- जहां नगर परिषद ने अवैध होर्डिंग करार दिया है. इन अवैध होर्डिंग को हटाने के लिए नगर परिषद के द्वारा एक टीम भी गठित की गई है. जो इस पर कार्रवाई करेगी.
प्रदेश में अवैध होर्डिंग के मामले में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोशल मीडिया में पोस्ट जारी कर निर्देश दिए हैं कि सभी जिलों में बिना अनुमति लगाई गई अवैध होर्डिंग को तत्काल हटाया जाए. होर्डिंग में चाहे स्वयं सीएम की फोटो ही क्यों ना हो. यही नहीं सीएम कमलनाथ ने इसके लिए अपनी पार्टी सहित अन्य राजनीतिक पार्टियों और सामाजिक संस्थाओं और मीडिया से सहयोग की अपील की है, लेकिन डिंडौरी जिले में शहर की सुंदरता को दागदार करते अवैध होर्डिंग्स अब तक नहीं हटाए गए हैं, जबकि सीएम को निर्देश दिए 24 घंटे बीतने वाले हैं.