ETV Bharat / state

बस चालकों की लापरवाही: 300 प्रवासी मजदूरों को छोड़ा बस स्टैंड, पूर्व मंत्री ने पहुंचाया क्वारंटाइन सेंटर - Corona virus in Dindori

कटनी से करीब 300 प्रवासी मजदूरों को लेकर आ रही बस ने लापरवाही दिखाते हुए सभी को डिंडौरी मुख्यालय के अवंतीबाई बस स्टैंड पर छोड़ दिया और वहां से कटनी के लिए रवाना हो गए, जिसकी सूचना मिलते ही पूर्व मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने सभी मजदूरों को शासकीय चंद्र विजय कॉलेज क्वारंटाइन सेंटर में शिफ्ट कराया.

Migrant laborers in Dindori
डिंडौरी में प्रवासी मजदूर
author img

By

Published : Jun 14, 2020, 3:28 PM IST

डिंडौरी। कोरोना वायरस के चलते लगातार लाखों प्रवासी मजदूरों की घर वापसी का सिलसिला बदस्तूर जारी है. अलग-अलग राज्यों और स्थानों में फंसे मजदूरों को बसों और ट्रेन के माध्यम से उनके घऱों तक पहुंचाया जा रहा है. इसी कड़ी में डिंडौरी जिला मुख्यालय में तकरीबन सुबह 5 बजे से लेकर साढ़े 5 बजे तक 300 के करीब प्रवासी मजदूर केरल से वापस लौटे.

इन सभी मजदूरों को कटनी प्रशासन द्वारा बसों के माध्यम से डिंडौरी पहुंचाया गया, लेकिन बस चालकों ने क्वारंटाइन सेंटर में छोड़ने के बजाए सभी मजदूरों को डिंडौरी मुख्यालय के अवंतीबाई बस स्टैंड पर छोड़ दिया और वहां से कटनी के लिए रवाना हो गए.

मजदूर करीब 1 घंटे तक बिना किसी जानकारी और जांच के घूमते रहे, जिससे नगर में हड़कंप की स्थिति बन गई. बिना जांच के इधर-उधर घूम रहे मजदूरों की जानकारी लगते ही क्षेत्रीय विधायक और पूर्व मंत्री ओमकार सिंह मरकाम मौके पर पहुंचे, जहां उन्होंने सभी मजदूरों को तिराहा के शासकीय चंद्र विजय कॉलेज में शिफ्ट कराया.

मजदूरों से मिली जानकारी के अनुसार सभी डिंडौरी के ही निवासी हैं, जो केरल राज्य में दो वक्त की रोटी कमाने के लिए इलायची तोड़ने के काम के लिए गए हुए थे, लेकिन लॉकडाउन लागू होने के बाद से ही फंस गए. वहीं केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई श्रमिक ट्रेन के जरिए ये सभी मजदूर कटनी रेलवे स्टेशन पहुंचे, जहां से प्रशासन ने इन्हें डिंडौरी के लिए बसों के जरिए रवाना कर दिया था.

प्रशासनिक तालमेल की कमी की वजह से बस चालकों ने मजदूरों को क्वारंटाइन सेंटर नहीं छोड़ा, बल्कि जिला मुख्यालय ही छोड़ कर वापस रवाना हो गए, जिसके बाद सभी मजदूरों को पूर्व मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने शासकीय चंद्र विजय कॉलेज क्वारंटाइन सेंटर में शिफ्ट कराया. जहां पर सभी के लिए नाश्ते की व्यवस्था की गई. इसके बाद नामों की एंट्री कर हेल्थ चेकअप के बाद भोजन की पूरी व्यवस्था की जाएगी, जिसके बाद उन्हें घर के लिए रवाना कर दिया जायेगा.

डिंडौरी। कोरोना वायरस के चलते लगातार लाखों प्रवासी मजदूरों की घर वापसी का सिलसिला बदस्तूर जारी है. अलग-अलग राज्यों और स्थानों में फंसे मजदूरों को बसों और ट्रेन के माध्यम से उनके घऱों तक पहुंचाया जा रहा है. इसी कड़ी में डिंडौरी जिला मुख्यालय में तकरीबन सुबह 5 बजे से लेकर साढ़े 5 बजे तक 300 के करीब प्रवासी मजदूर केरल से वापस लौटे.

इन सभी मजदूरों को कटनी प्रशासन द्वारा बसों के माध्यम से डिंडौरी पहुंचाया गया, लेकिन बस चालकों ने क्वारंटाइन सेंटर में छोड़ने के बजाए सभी मजदूरों को डिंडौरी मुख्यालय के अवंतीबाई बस स्टैंड पर छोड़ दिया और वहां से कटनी के लिए रवाना हो गए.

मजदूर करीब 1 घंटे तक बिना किसी जानकारी और जांच के घूमते रहे, जिससे नगर में हड़कंप की स्थिति बन गई. बिना जांच के इधर-उधर घूम रहे मजदूरों की जानकारी लगते ही क्षेत्रीय विधायक और पूर्व मंत्री ओमकार सिंह मरकाम मौके पर पहुंचे, जहां उन्होंने सभी मजदूरों को तिराहा के शासकीय चंद्र विजय कॉलेज में शिफ्ट कराया.

मजदूरों से मिली जानकारी के अनुसार सभी डिंडौरी के ही निवासी हैं, जो केरल राज्य में दो वक्त की रोटी कमाने के लिए इलायची तोड़ने के काम के लिए गए हुए थे, लेकिन लॉकडाउन लागू होने के बाद से ही फंस गए. वहीं केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई श्रमिक ट्रेन के जरिए ये सभी मजदूर कटनी रेलवे स्टेशन पहुंचे, जहां से प्रशासन ने इन्हें डिंडौरी के लिए बसों के जरिए रवाना कर दिया था.

प्रशासनिक तालमेल की कमी की वजह से बस चालकों ने मजदूरों को क्वारंटाइन सेंटर नहीं छोड़ा, बल्कि जिला मुख्यालय ही छोड़ कर वापस रवाना हो गए, जिसके बाद सभी मजदूरों को पूर्व मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने शासकीय चंद्र विजय कॉलेज क्वारंटाइन सेंटर में शिफ्ट कराया. जहां पर सभी के लिए नाश्ते की व्यवस्था की गई. इसके बाद नामों की एंट्री कर हेल्थ चेकअप के बाद भोजन की पूरी व्यवस्था की जाएगी, जिसके बाद उन्हें घर के लिए रवाना कर दिया जायेगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.