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कीचड़ भरे रास्ते में लड़खड़ा रहे नन्हें कदम, ग्रामीणों की बदहाली पर गंभीर नहीं प्रशासन

सरदारपुर तहसील के दो गांव की सड़कों की हालत खस्ता है.जिसके चलते ग्रामीणों को कीचड़ भरे रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है. जनप्रतिनिधियों से शिकायत करने के बाद भी नतीजा ढाक के तीन पात जैसा है.

सरदारपुर तहसील के गांव की सड़को की हालत खस्ता
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Published : Sep 28, 2019, 2:07 PM IST

Updated : Sep 28, 2019, 2:58 PM IST

धार। प्रदेश में सड़कों की हालत बदतर हो चुकी है, गांवों में बरसात के बाद लोगों को कीचड़ बरे रास्ते से गुजरना पड़ता है. ऐसे ही हालात सरदारपुर के लिमड़ीपाड़ा और मालपुरीया गांव की सड़कों का है. जहां ग्रामीण कीचड़ भरे रास्ते से सफर करने के लिए मजबूर हैं. जिसकी शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

सरदारपुर तहसील के गांव की सड़को की हालत खस्ता


सरदारपुर तहसील के इन दोनों गांवों की कुल आबादी लगभग दो हजार से भी ज्यादा है और ये क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य हैं. जिसके बाद भी ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं के लिए भटक रहे हैं. रिंगनोद के लिमडीपाड़ा और मालपुरिया गांव की कच्ची सड़कें बदहाल हैं. जो थोड़ी ही बारिश में कीचड़ से भर जाती हैं. गांव से जाने का एकमात्र रास्ता होने के चलते स्कूली बच्चों और ग्रामीणों को कीचड़ के बीच से होकर गुजरना पड़ता है.

ग्रामीणों ने सड़क की शिकायत लिखित और मौखिक रुप से कई बार जनप्रतिनिधियों से की थी. लेकिन हर बार उन्हें अश्वासन देकर लौटा दिया जाता है. साथ ही आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत भी ग्रामीणों ने अपनी समस्या रखी थी. जिस पर अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है.

धार। प्रदेश में सड़कों की हालत बदतर हो चुकी है, गांवों में बरसात के बाद लोगों को कीचड़ बरे रास्ते से गुजरना पड़ता है. ऐसे ही हालात सरदारपुर के लिमड़ीपाड़ा और मालपुरीया गांव की सड़कों का है. जहां ग्रामीण कीचड़ भरे रास्ते से सफर करने के लिए मजबूर हैं. जिसकी शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

सरदारपुर तहसील के गांव की सड़को की हालत खस्ता


सरदारपुर तहसील के इन दोनों गांवों की कुल आबादी लगभग दो हजार से भी ज्यादा है और ये क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य हैं. जिसके बाद भी ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं के लिए भटक रहे हैं. रिंगनोद के लिमडीपाड़ा और मालपुरिया गांव की कच्ची सड़कें बदहाल हैं. जो थोड़ी ही बारिश में कीचड़ से भर जाती हैं. गांव से जाने का एकमात्र रास्ता होने के चलते स्कूली बच्चों और ग्रामीणों को कीचड़ के बीच से होकर गुजरना पड़ता है.

ग्रामीणों ने सड़क की शिकायत लिखित और मौखिक रुप से कई बार जनप्रतिनिधियों से की थी. लेकिन हर बार उन्हें अश्वासन देकर लौटा दिया जाता है. साथ ही आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत भी ग्रामीणों ने अपनी समस्या रखी थी. जिस पर अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है.

Intro:सरदारपुर- सरदारपुर तहसील मे दो गांव मिलाकर दो हजार की जनसंख्या वाले गांव लिमडीपाडा़ ओर मालपुरीया मुल भुत सुविधा के लिए तरस रहे है पुरा मामला सरदारपुर के ग्राम पंचायत रिंगनोद के वार्ड क्रमांक 18 का मजरा लिमडी पाड़ा ओर मालपुरिया का है जाहे से रिंगनोद पहुंच मार्ग की हालत जर्जर अवस्था मे है। यूं तो हमेशा ही ग्रामिणो को इस जर्जर मार्ग में परेशान होते हुवे जाना पडता है। वेसे तो मार्ग की दूरी केवल 3 किलोमीटर है। पर कच्चा रोड़ होने से आने जाने मे समय ज्यादा लगता है। बारिश के दिनों में कीचड़ होने पर पढ़ने वाले विद्यार्थियों, ग्रामीणो सहीत वाहन से जाने मे भी दिक्कत होती है। ग्रामिणो को इन गांवो मे अगर कोई बीमार हो जाता है। बहुत तकलीफों का सामना करना पडता है। इस मार्ग पर आने वाले गांव आदिवासी बहुल क्षैत्र है। यहां के ग्रामणो ने जनप्रतिनिधियों को कई बार लिखित व मौखिक शिकायत की ओर मार्ग की स्थिति को सुधार ने के लिए कहा किंतु हालत जस के तस बने हुवे है । रिंगनोद में हुवे कार्यक्रम आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में भी ग्रामीणों ने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को जर्जर मार्ग की स्थिति से अवगत कराया था Body:सरदारपुर- सरदारपुर तहसील मे दोनो गांव मिलाकर दो हजार की जनसंख्या वाले गांव लिमडीपाडा़ ओर मालपुरीया मुल भुत सुविधा के लिए तरस रहे है पुरा मामला सरदारपुर के ग्राम पंचायत रिंगनोद के वार्ड क्रमांक 18 का मजरा लिमडी पाड़ा ओर मालपुरिया का है जाहे से रिंगनोद पहुंच मार्ग की हालत जर्जर अवस्था मे है। यूं तो हमेशा ही ग्रामिणो को इस जर्जर मार्ग में परेशान होते हुवे जाना पडता है। वेसे तो मार्ग की दूरी केवल 3 किलोमीटर है। पर कच्चा रोड़ होने से आने जाने मे समय ज्यादा लगता है। बारिश के दिनों में कीचड़ होने पर पढ़ने वाले विद्यार्थियों, ग्रामीणो सहीत वाहन से जाने मे भी दिक्कत होती है। ग्रामिणो को इन गांवो मे अगर कोई बीमार हो जाता है। बहुत तकलीफों का सामना करना पडता है। इस मार्ग पर आने वाले गांव आदिवासी बहुल क्षैत्र है। यहां के ग्रामणो ने जनप्रतिनिधियों को कई बार लिखित व मौखिक शिकायत की ओर मार्ग की स्थिति को सुधार ने के लिए कहा किंतु हालत जस के तस बने हुवे है । रिंगनोद में हुवे कार्यक्रम आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में भी ग्रामीणों ने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को जर्जर मार्ग की स्थिति से अवगत कराया था इसके बावजूद अभी तक हालत नही सुधर पाये है दो हजार से अधिक की आबादी वाले दोनो मजरो के लोगों को अपने दिनचर्या के कार्य हेतु पानी व कीचड़ में से होकर ग्राम पंचायत रिंगनोद आना जाना पडता है। Conclusion:सरदारपुर- सरदारपुर तहसील मे दोनो गांव की मिलाकर दो हजार की जनसंख्या वाले गांव लिमडीपाडा़ ओर मालपुरीया मुल भुत सुविधा के लिए तरस रहे है पुरा मामला सरदारपुर के ग्राम पंचायत रिंगनोद के वार्ड क्रमांक 18 का मजरा लिमडी पाड़ा ओर मालपुरिया का है जाहे से रिंगनोद पहुंच मार्ग की हालत जर्जर अवस्था मे है। यूं तो हमेशा ही ग्रामिणो को इस जर्जर मार्ग में परेशान होते हुवे जाना पडता है। वेसे तो मार्ग की दूरी केवल 3 किलोमीटर है। पर कच्चा रोड़ होने से आने जाने मे समय ज्यादा लगता है। बारिश के दिनों में कीचड़ होने पर पढ़ने वाले विद्यार्थियों, ग्रामीणो सहीत वाहन से जाने मे भी दिक्कत होती है। ग्रामिणो को इन गांवो मे अगर कोई बीमार हो जाता है। बहुत तकलीफों का सामना करना पडता है। इस मार्ग पर आने वाले गांव आदिवासी बहुल क्षैत्र है। यहां के ग्रामणो ने जनप्रतिनिधियों को कई बार लिखित व मौखिक शिकायत की ओर मार्ग की स्थिति को सुधार ने के लिए कहा किंतु हालत जस के तस बने हुवे है । रिंगनोद में हुवे कार्यक्रम आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में भी ग्रामीणों ने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को जर्जर मार्ग की स्थिति से अवगत कराया था इसके बावजूद अभी तक हालत नही सुधर पाये है दो हजार से अधिक की आबादी वाले दोनो मजरो के लोगों को अपने दिनचर्या के कार्य हेतु पानी व कीचड़ में से होकर ग्राम पंचायत रिंगनोद आना जाना पडता है। बाईट-
(1)महेश सिगार ग्रामिण
(2)सबरीबाई पंच
Last Updated : Sep 28, 2019, 2:58 PM IST
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