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लंदन से MP के धार में आएगी मां वाग्देवी की प्रतिमा, CM शिवराज ने दिए संकेत, भोजशाला में मना जश्न

भोजशाला एक बार फिर सुर्खियों में है शनिवार को इंदौर में एक आयोजन में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मप्र की बहुचर्चित भोजशाला में मां वाग्देवी की प्रतिमा को स्थापित करने के लिए प्रयास करने की बात कही है. हिंदू संगठनों के अनुसार अंग्रेज वाग्देवी की प्रतिमा को धार की भोजशाला से लंदन ले गए थे जो वर्षो से लंदन के म्यूजियम में है. भोजशाला में हिन्दू और मुस्लिम दोनों ही समुदाय के लोग अपना-अपना अधिकार जताते हैं. (Goddess Vagdevi idol) (London Museum Vagdevi Murti) (Vagdevi Murti Bhojshala) (Bhojshala tample Dhar) (CM Shivraj)

CM Shivraj say to bring back goddess vagdevi idol
सीएम शिवराज ने मां वाग्देवी की प्रतिमा लाने को लेकर बड़ा ऐलान
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Published : Oct 29, 2022, 8:14 PM IST

Updated : Oct 29, 2022, 8:52 PM IST

धार। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार लंदन में एक संग्रहालय से देवी वाग्देवी की मूर्ति को वापस लाने के प्रयास फिर से शुरू करेगी. हालांकि हिंदू समुदाय द्वारा वाग्देवी की मूर्ति को भारत वापस लाने की मांग पुरानी है, लेकिन सीएम शिवराज की घोषणा ऋषि सुनक के ब्रिटेन के पहले भारतीय मूल के प्रधानमंत्री बनने के बाद आई है. पुरातत्व सर्वेक्षण भारत (एएसआई) द्वारा संरक्षित स्मारक धार के भोजशाला परिसर में वाग्देवी (सरस्वती) मंदिर और कमल मौला मस्जिद है. ऐसा माना जाता है कि राजा भोज ने शहर के इस प्राचीन भोजशाला परिसर में वाग्देवी की प्रतिमा 1034 ई. में स्थापित करवाई थी. (Goddess Vagdevi idol)

सीएम शिवराज ने मां वाग्देवी की प्रतिमा लाने को लेकर बड़ा ऐलान

1875 से लंदन में है प्रतिमा: हिंदू संगठनों का कहना है कि अंग्रेज इस प्रतिमा को भारत पर अपने शासन के दौरान 1875 में लंदन ले गए थे और यह वर्तमान में इंग्लैंड के इस शहर के एक संग्रहालय में है. सीएम चौहान ने इंदौर में यंग थिंकर्स कॉन्क्लेव के उद्घाटन अवसर पर कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि वागदेवी की मूर्ति को वापस लाने की पहल प्रभावी ढंग से शुरू की जाएगी". रूस-यूक्रेन युद्ध और दुनिया भर में अन्य संघर्षों का उल्लेख करते हुए, उन्होंने कहा कि विश्व शांति का मार्ग 'वसुधैव कुटुम्बकम' (दुनिया एक परिवार है) की भारतीय अवधारणा में निहित है. (CM Shivraj say to bring Goddess Vagdevi idol)

भोजशाला में दो समुदाय जताते हैं अधिकार: भोजशाला में हिन्दू और मुस्लिम दोनों ही समुदाय के लोग अपना अपना अधिकार जताते हैं, हिन्दू संगठन वर्षो से भोजशाला मुक्ति को लेकर प्रयासरत तथा कई आंदोलन और विवाद जिले भर में होते रहे हैं. हिंदुओं का मानना है कि भोजशाला वाग्देवी (सरस्वती) का मंदिर है, जबकि मुस्लिम समुदाय इस जगह को कमल मौला मस्जिद कहते हैं. एएसआई की व्यवस्था के अनुसार, हिंदुओं को हर मंगलवार भोजशाला में पूजा-पाठ करने की अनुमति है, जबकि मुसलमानों को हर शुक्रवार को इस स्थान पर नमाज अदा करने की अनुमति है. बाकी दिनों में शुल्क देकर भोजशाला में दर्शन किए जाते है. बसंत पंचमी जब भी शुक्रवार के दिन आती है तब यंहा पर स्थिति तनावपूर्ण हो जाती है. (Dhar Bhojshala Mandir)

धार के भोजशाला में मौजूद मंदिर को लेकर हाई कोर्ट में याचिका स्वीकृत, संबंधित पक्षों को नोटिस

सीएम के बयान से भोजशाला में जश्न: सीएम के बयान के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही मां वाग्देवी की प्रतिमा धार की भोजशाला में पुनर्स्थापित होगी, भोज उत्सव समिति व हिन्दू संगठन ने कहा कि हिन्दू समुदाय और भोज उत्सव समिति वर्षों से मां वाग्देवी की प्रतिमा भोजशाला में पुनर्स्थापित हो इसके लिए प्रयासरत है और आंदोलन और सत्याग्रह कर रही है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जन भावनाओं का ध्यान रखते हुए जो स्टेटमेंट दिया है वे उसका स्वागत करते हैं. जल्द ही मां वाग्देवी की मूर्ति भोजशाला में स्थापित हो ऐसे प्रयास तत्काल प्रभाव से शुरू हो जाने चाहिए साथ ही समाज और धार की ओर से मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया. भोज समिति के सदस्यों के द्वारा जानकारी मिलने के बाद भोजशाला के बाहर जश्न मनाया गया, जमकर आतिशबाजी की गई, भोजशाला में दीपावली जैसी आतिशबाजी कर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया गया. (London Museum Vagdevi Murti) (Vagdevi Murti Bhojshala) (Bhojshala tample Dhar) (CM Shivraj)

धार। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार लंदन में एक संग्रहालय से देवी वाग्देवी की मूर्ति को वापस लाने के प्रयास फिर से शुरू करेगी. हालांकि हिंदू समुदाय द्वारा वाग्देवी की मूर्ति को भारत वापस लाने की मांग पुरानी है, लेकिन सीएम शिवराज की घोषणा ऋषि सुनक के ब्रिटेन के पहले भारतीय मूल के प्रधानमंत्री बनने के बाद आई है. पुरातत्व सर्वेक्षण भारत (एएसआई) द्वारा संरक्षित स्मारक धार के भोजशाला परिसर में वाग्देवी (सरस्वती) मंदिर और कमल मौला मस्जिद है. ऐसा माना जाता है कि राजा भोज ने शहर के इस प्राचीन भोजशाला परिसर में वाग्देवी की प्रतिमा 1034 ई. में स्थापित करवाई थी. (Goddess Vagdevi idol)

सीएम शिवराज ने मां वाग्देवी की प्रतिमा लाने को लेकर बड़ा ऐलान

1875 से लंदन में है प्रतिमा: हिंदू संगठनों का कहना है कि अंग्रेज इस प्रतिमा को भारत पर अपने शासन के दौरान 1875 में लंदन ले गए थे और यह वर्तमान में इंग्लैंड के इस शहर के एक संग्रहालय में है. सीएम चौहान ने इंदौर में यंग थिंकर्स कॉन्क्लेव के उद्घाटन अवसर पर कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि वागदेवी की मूर्ति को वापस लाने की पहल प्रभावी ढंग से शुरू की जाएगी". रूस-यूक्रेन युद्ध और दुनिया भर में अन्य संघर्षों का उल्लेख करते हुए, उन्होंने कहा कि विश्व शांति का मार्ग 'वसुधैव कुटुम्बकम' (दुनिया एक परिवार है) की भारतीय अवधारणा में निहित है. (CM Shivraj say to bring Goddess Vagdevi idol)

भोजशाला में दो समुदाय जताते हैं अधिकार: भोजशाला में हिन्दू और मुस्लिम दोनों ही समुदाय के लोग अपना अपना अधिकार जताते हैं, हिन्दू संगठन वर्षो से भोजशाला मुक्ति को लेकर प्रयासरत तथा कई आंदोलन और विवाद जिले भर में होते रहे हैं. हिंदुओं का मानना है कि भोजशाला वाग्देवी (सरस्वती) का मंदिर है, जबकि मुस्लिम समुदाय इस जगह को कमल मौला मस्जिद कहते हैं. एएसआई की व्यवस्था के अनुसार, हिंदुओं को हर मंगलवार भोजशाला में पूजा-पाठ करने की अनुमति है, जबकि मुसलमानों को हर शुक्रवार को इस स्थान पर नमाज अदा करने की अनुमति है. बाकी दिनों में शुल्क देकर भोजशाला में दर्शन किए जाते है. बसंत पंचमी जब भी शुक्रवार के दिन आती है तब यंहा पर स्थिति तनावपूर्ण हो जाती है. (Dhar Bhojshala Mandir)

धार के भोजशाला में मौजूद मंदिर को लेकर हाई कोर्ट में याचिका स्वीकृत, संबंधित पक्षों को नोटिस

सीएम के बयान से भोजशाला में जश्न: सीएम के बयान के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही मां वाग्देवी की प्रतिमा धार की भोजशाला में पुनर्स्थापित होगी, भोज उत्सव समिति व हिन्दू संगठन ने कहा कि हिन्दू समुदाय और भोज उत्सव समिति वर्षों से मां वाग्देवी की प्रतिमा भोजशाला में पुनर्स्थापित हो इसके लिए प्रयासरत है और आंदोलन और सत्याग्रह कर रही है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जन भावनाओं का ध्यान रखते हुए जो स्टेटमेंट दिया है वे उसका स्वागत करते हैं. जल्द ही मां वाग्देवी की मूर्ति भोजशाला में स्थापित हो ऐसे प्रयास तत्काल प्रभाव से शुरू हो जाने चाहिए साथ ही समाज और धार की ओर से मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया. भोज समिति के सदस्यों के द्वारा जानकारी मिलने के बाद भोजशाला के बाहर जश्न मनाया गया, जमकर आतिशबाजी की गई, भोजशाला में दीपावली जैसी आतिशबाजी कर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया गया. (London Museum Vagdevi Murti) (Vagdevi Murti Bhojshala) (Bhojshala tample Dhar) (CM Shivraj)

Last Updated : Oct 29, 2022, 8:52 PM IST
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