धार। मध्यप्रदेश की धार लोकसभा सीट पर बीजेपी-कांग्रेस को प्रत्याशी के चयन में जमकर माथा पच्ची करनी पड़ रही है. अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित इस सीट पर अब तक दोनों ही प्रमुख दलों ने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है. धार के सियासी जानकार कहते हैं कि बीजेपी-कांग्रेस में इस बार उम्मीदवारों की लंबी फेहरिस्त है. जिससे गुटबाजी के डर से सियासी दल प्रत्याशी की घोषणा नहीं कर पा रहे हैं.
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि जो पार्टियां उम्मीदवार के नाम को लेकर जितनी देरी करेंगी, उन्हें चुनाव में जीत हासिल करने में उतनी ही परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. प्रत्याशी का नाम तय न होने पर बीजेपी नेता कहते हैं, कि धार में कार्यकर्ताओं ने पीएम नरेंद्र मोदी को और कमल के फूल को अपना उम्मीदवार मानकर तैयारियां शुरू कर दी है. पार्टी जल्द ही प्रत्याशी की घोषणा कर देगी.
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता राजेश पटेल का कहना है कि कांग्रेस से इस बार सभी नेताओं ने दावेदारी पेश की है. पार्टी जिसे भी मौका देगी कार्यकर्ता पूरी ताकत के साथ चुनाव में उसका सहयोग करेंगे. माना जा रहा है धार में दोनों सियासी दलों में गुटबाजी व्यापक स्तर पर है, जिससे पार्टी का शीर्ष नेतृत्व उम्मीदवार का नाम तय नहीं कर पा रहा है. लेकिन, एक तरफ जहां सूबे की कुछ सीटों पर प्रत्याशियों ने प्रचार तक शुरु कर दिया है. वहीं धार में अबतक प्रत्याशी की घोषणा न होना दोनों पार्टियों को नुकसान भी पहुंचा सकता है.