भोपाल। मध्य प्रदेश के धार जिले के कारम बांध में हुए रिसाव के बाद बनाई गई जांच समिति की अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है. इस पर कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अजय सिंह यादव ने सवाल उठाते हुए कहा कि इस बांध निर्माण में हुए घोटाले पर लीपापोती हो रही है. यादव ने एक बयान जारी कर कहा, "11 अगस्त 2022 को घपले घोटाले का 100 करोड़ का कारम बांध पानी में बह गया था. आज उसको पूरे तीन महीने हो गए. सरकार द्वारा जिस तरह से लीपापोती के लिए कुछ अधिकारी कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई और अपनी जिम्मेदारी से भाग गई तब एक जांच दल बनाया गया था. अब उस जांच दल की रिपोर्ट का कहीं अता पता नहीं है."
ब्लैकलिस्टेड कंपनी को ही बांध की मरम्मत का काम दिया: यादव का आरोप है कि "सरकार ने दो कंपनियों को ब्लैकलिस्टेड कर दिया था. मगर कारम बांध मरम्मत का काम भी उसी ब्लैकलिस्टेड कंपनी को दिया गया है, जिसको ब्लैकलिस्ट किया गया था. भारतीय जनता पार्टी सरकार में घोटाले को छुपाने की परंपरा है. इसीलिए तीन महीने बीतने के बाद भी घोटाले की जांच रिपोर्ट अभी तक नहीं आ पाई एवं मध्य प्रदेश में 100 करोड़ से ज्यादा के घोटाले के जिम्मेदारों को बचाया जा रहा है."
MP Government Action कारम डैम मामले में सरकार का एक्शन, दोनों कंपनियां को किया ब्लैक लिस्ट
ज्ञात हो कि धार जिले में लगभग 304 करोड़ की लागत से बनने वाले बांध में अगस्त में रिसाव हुआ था, कई गांव को खाली भी कराना पड़ा था. दो निर्माण कंपनियों को सरकार ने ब्लैकलिस्टेड किया था. वहीं जांच समिति भी बनाई थी, जिसे पांच दिन में रिपोर्ट देनी थी.(Dhar Karam dam scam)