धार। आदिवासियों की संस्कृति को जानने के लिए विदेशी पर्यटकों का दल मांडू पहुंचा, जहां आदिवासी समाज के लोगों ने उन्हें अपनी संस्कृति के बारे में विस्तार से बताया.
चेक गणराज्य और जर्मनी से विदेशी महिलाओं का एक पर्यटक दल मांडू के मालीपुरा गांव पहुंचा, जहां आदिवासी समाज के लोगों ने विदेशी पर्यटकों का स्वागत लोकनृत्य भगोरिया से किया. विदेशी पर्यटक के दल ने आदिवासी समाज की संस्कृति और उनकी दिनचर्या को जानने के लिए पूरा एक दिन उनके साथ बिताया. विदेशी महिला पर्यटकों ने आदिवासी समाज के बच्चों की चोटी बनाई, साथ ही मक्के की रोटी बनाना भी सीखा.
विदेशी पर्यटकों ने जानी आदिवासियों की संस्कृति, महिलाओं के साथ बनाई मक्के की रोटी
चेक गणराज्य और जर्मनी से कुछ विदेशी महिलाओं का एक पर्यटक दल आदिवासी संस्कृति को जानने के लिए मांडू पहुंचा. यहां उन्होंने नजदीक से आदिवासी संस्कृति की खासियतों को जानने की कोशिश की.
धार। आदिवासियों की संस्कृति को जानने के लिए विदेशी पर्यटकों का दल मांडू पहुंचा, जहां आदिवासी समाज के लोगों ने उन्हें अपनी संस्कृति के बारे में विस्तार से बताया.
चेक गणराज्य और जर्मनी से विदेशी महिलाओं का एक पर्यटक दल मांडू के मालीपुरा गांव पहुंचा, जहां आदिवासी समाज के लोगों ने विदेशी पर्यटकों का स्वागत लोकनृत्य भगोरिया से किया. विदेशी पर्यटक के दल ने आदिवासी समाज की संस्कृति और उनकी दिनचर्या को जानने के लिए पूरा एक दिन उनके साथ बिताया. विदेशी महिला पर्यटकों ने आदिवासी समाज के बच्चों की चोटी बनाई, साथ ही मक्के की रोटी बनाना भी सीखा.