धार। मध्यप्रदेश में लगातार हो रही बारिश की वजह से बाढ़ के हालात बने हुए हैं. नर्मदा का वाटर लेवल लगातार बढ़ रहा है, जिसके चलते धार में नर्मदा किनारे बसे हुए गांव बाढ़ की चपेट में हैं. लगातार हो रही बारिश और सरदार सरोवर बांध के गेट बंद होने के चलते नर्मदा में वाटर लेवल बढ़ा हुआ है, जिसके चलते नर्मदा के पानी ने किसानों की खड़ी फसलों को जलमग्न कर दिया है.
बाढ़ को देखते हुए अन्नदाताओं के चेहरे पर चिंता की लकीरें खींच गई हैं. अब अन्नदाता चाहते हैं कि बाढ़ के कारण जो उनकी फसलों का नुकसान हुआ है शासन- प्रशासन उनका सर्वे जल्दी से जल्दी कर मुआवजा देने का काम करे. वहीं जिन कृषि भूमि को सरदार सरोवर बांध के डूब क्षेत्र में नहीं लिया गया है उसे भी डूब में लिया जाए और पुनर्वास नीति का भी लाभ दिया जाए.
किसानों की फसलों में बाढ़ का पानी घुस जाने को लेकर धरमपुरी तहसीलदार ने बताया कि, गणेश विसर्जन के बाद बाढ़ के कारण जिन क्षेत्रों में किसानों की फसल नुकसानी हुई है उनका सर्वे किया जाएगा. सर्वे के आधार पर ही किसानों को मुआवजा राशि दी जाएगी. वहीं जिन किसानों ने सरदार सरोवर बांध के डूब प्रभावित क्षेत्र में कृषि की है उनको शासन की ओर से कोई सहायता राशि नहीं दी जाएगी. साथ ही जिनका कृषि भूखंड डूब क्षेत्र से बाहर है उन्हें डूब में लेकर पुनर्वास नीति का लाभ भी दिया जाएगा.