धार। धार जिले में एक दूल्हा खुशी-खुशी शेरवानी पहनकर दुल्हन के साथ सात फेरे लेने पहुंचा. लेकिन, इस बीच दुल्हन के घरवालों में से किसी ने इस पर आपत्ति जताई. किसी ने कह दिया कि दूल्हे को पारंपरिक कपड़ों धोती और कुर्ते में फेरे लेने चाहिए. लेकिन, दूल्हे के घरवालों ने ऐसा करने से मना कर दिया. इस बात पर पहले बहस हुई फिर विवाद होने लगा. विवाद इतना बड़ा हो गया कि घरातियों-बारातियों के बीच पत्थर चलने लगे. दूल्हा दुल्हन को लेकर भागा और फिर शादी की.
5 घंटे तक थाने के बाहर हंगामा : धार के अर्जुन कॉलोनी निवासी सुंदरलाल की बारात धामनोद के पास मांगबयडा गांव गई थी. यहां फेरे के समय दोनों पक्षों में उस समय विवाद हो गया, जब दुल्हन पक्ष की ओर से आए रिश्तेदारों ने दूल्हे और समधी के शेरवानी पहनने पर आपत्ति की. वे परंपरा के अनुसार फेरे के समय उनसे धोती-कुर्ता पहनने का कहने लगे. दूल्हे और परिवारवालों ने शेरवानी में ही फेरे लेने की इच्छा जाहिर की. इसके बाद विवाद बढ़ गया. इसके बाद दूल्हा पक्ष गांव में ही रहने वाले अपने रिश्तेदार कुलदीप के घर चला गया. यहां मामले को सुलझाने को लेकर चर्चा होने लगी. इसी दौरान पता चला कि बारात में शामिल कुछ युवाओं और घरातियों के बीच मारपीट हो गई. इसके बाद मामला थाने पहुंचा. यहां पर दोनों पक्ष करीब पांच घंटे तक एक-दूसरे पर मारपीट करने और पत्थर फेंकने का आरोप लगाते रहे.
दूल्हे ने कहा- रिश्तेदारों के बीच हुआ विवाद : विवाद थमता न देख दुल्हा अपनी दुल्हन को लेकर धार रवाना हो गया. यहां दोनों ने सात फेरे लिए. इस मामले पर दूल्हे का कहना है कि वर-वधू के परिजनों के बीच किसी प्रकार का विवाद नहीं हुआ था. बल्कि, कुछ रिश्तेदार शेरवानी न पहनकर धोती कुर्ता पहनने की जिद करने लगे और उनके बीच विवाद बढ़ गया. धामनोद थाना टीआई सुनील यदुवंशी ने कहा कि दूल्हा-दुल्हन के परिजनों के बीच विवाद की बात सामने आई है. मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. जो भी तथ्य जांच में सामने आएंगे उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी.
(Oppose bridegroom in sherwani) (Angry family of bride throw stones) (groom finally brought the bride)
(shocking incident in Dhar)