धार। मुंबई-आगरा नेशनल हाई-वे 3 किनारे स्थित गणेश घाट पर लगातार हो रहे हादसों पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन स्थाई निराकरण की बजाए अस्थाई रास्ता तलाश रही है. जिले के नवागत कलेक्टर श्रीकांत बनोठ ने गणेश घाट पर लगे बैरिकेट्स के साथ ही तीन पुलिसकर्मियों की 24 घंटे स्थाई ड्यूटी लगाने का आदेश दिया है.
गणेश घाट की शुरुआत में बैरिकेट्स लगाकर तीन पुलिसकर्मियों को 24 घंटे के लिए तैनात किया जाएगा, ताकि घाट किनारे से गुजरने वाले बड़े वाहनों को रोका जाएगा और उनकी गति को नियंत्रित किया जाएगा. प्रशासन का कहना है कि गणेश घाट पर होने वाले हादसों को कमी आएगी.
2009 से अब तक कई लोगों की जा चुकी है जान
ओरिएंटल पाथ लिमिटेड रोड निर्माण कंपनी ने इंदौर से खलघाट तक 77 किलोमीटर लंबे नेशनल हाई-वे का निर्माण 2009 में 500 से अधिक करोड़ की राशि से कराया था. रोड निर्माण के बाद गणेश घाट के पास लगातार सड़क हादसे बढ़ते गए. यहां पर 2009 से अब तक करीब ढाई सौ से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 1100 से अधिक लोग यहां पर घायल हो चुके. इतना कुछ हो जाने के बाद भी अभी तक गणेश घाट पर हादसा रोकने के लिए कोई स्थाई निराकरण नहीं किया गया है.