ग्वालियर। ग्वालियर में कांग्रेस नेताओं ने ट्रैक्टर रैली के जरिए बीजेपी सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. ट्रैक्टर रैली ग्वालियर के फूल बाग मैदान से लेकर कलेक्ट्रेट तक निकाली गई. इस दौरान रास्ते में लगातार कांग्रेस नेता भारतीय जनता पार्टी की केंद्र और राज्य सरकारों के खिलाफ नारेबाजी करते रहे. किसान न्याय यात्रा नेता और कार्यकर्ता रैली का हिस्सा बने. ये सभी नेता कार्यकर्ताओं के साथ ट्रैक्टर रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे. इस दौरान रास्ते से लेकर कलेक्ट्रेट तक भारी पुलिस बल तैनात रहा.
किसानों की समस्याएं उठाईं, सोयाबीन का एमएसपी बढ़ाने की मांग
न्याय यात्रा में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य अशोक सिंह, पूर्व मंत्री और विधायक सचिन यादव और विधायक सतीश सिकरवार के साथ ही कार्यकारी जिला अध्यक्ष महाराज सिंह पटेल ग्रामीण अध्यक्ष प्रभु दयाल दोहरी समेत कई नेता शामिल हुए. इस मौके पर अशोक सिंह ने कहा "किसान परेशान हैं. बिजली महंगी हो चुकी है. खाद-बीज महंगा हो चुका है. डीजल महंगा है और महंगाई की मार ऐसी है कि कृषि उपकरण तक महंगे हो चुके हैं. लेकिन सरकार की ओर से फसलों का समर्थन मूल्य बहुत कम है." उन्होंने सरकार से मांग की कि सोयाबीन को कम से कम ₹6000 समर्थन मूल्य तय किया जाए. इसी तरह धान के लिए कम से कम 3500 रुपए और गेहूं पर भी कम से कम ₹3000 प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य तय किया जाए.
चुनाव आते ही लुभावने वादे करती है बीजेपी, फिर भूल जाती है
कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार ने कहा "आज अन्नदाता पूरे देश में परेशान है. किसान के समर्थन में आज कांग्रेस सड़कों पर उतरी है और किसान न्याय यात्रा निकाली जा रही है. भारतीय जनता पार्टी की सरकार हमेशा कहती आई कि किसानों की आय दोगुनी करेंगे लेकिन आज देश में इतनी महंगाई हो चुकी है कि किसानों की फसलों की लागत चार गुना हो गई है." पूर्व मंत्री व कांग्रेस विधायक सचिन यादव ने बीजेपी पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया. जब चुनाव आते हैं तो किसानों का अमूल्य वोट लेने के लिए सरकार तमाम तरह के वादे करती है.
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किसानों की आय दोगुनी की जगह लागत निकालना मुश्किल
सचिन यादव ने कहा "पिछली बार कहा गया था कि 2022 तक किसने की आय दोगुनी करेंगे लेकिन आय तो छोड़िए लागत तक निकलना मुश्किल हो गई है. सोयाबीन, गेहूं, धान की एमएसपी का जो वादा किया वह भी पूरा नहीं हुआ आज किसान घाटा खा रहा है. प्रदेश का किसान सरकार से नाराज है और कांग्रेस उनकी समस्याएं, उनकी मांगों को पूरा करने के लिए सड़कों पर उतरी है." बता दें कि कांग्रेस नेताओं ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर कांग्रेसियों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा.