देवास। इन दिनों कन्नौद तहसील के किसानों की गेहूं की फसल पर संकट के बादल छाए हुए हैं. कई किसानों की फसल अज्ञात कारणों से सूख रही है. जिससे एक बार फिर किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच गई हैं.
कुछ ने कर ली दोबारा बोवनी की तैयारी
गेंहू की बर्बाद होती फसल को देख कुछ किसानों ने तो फसल पर कल्टीवेटर चलवाकर दोबारा बोवनी करने की तैयारी कर ली है. इस बार किसानों के सैकड़ों हैक्टेयर में गेहूं की फसल बर्बाद हुई है. वहीं कई खेतों में फसलों में इल्लियां भी दिखाई दे रही हैं.
सूखने की कगार पर फसल
कई किसानों की गेहूं की फसल सूखने की कगार पर है. किसानों का कहना है कि हमें गेहूं-चने की फसल से काफी उम्मीद थी. लेकिन यहां भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं.
इलाके के अलग-अलग गांव में किसानों के गेहूं की फसल पीली होकर सूख रही है. जिससे एक बार फिर किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं. किसान समझ नहीं पा रहे हैं कि अपनी फसल बचाने के लिए क्या उपाय करें.
खर्च करने के बाद भी हाथ खाली
किसानों ने बताया कि ज्यादा बारिश होने से इस बार गेहूं का रकबा बढ़ा दिया गया था. करीब 20 दिन पहले बोवनी की जिसमें खाद, दवाई आदि का खर्च करने के बाद भी ट्रैक्टर से जुताई की नौबत आ गई है. ऐसे में हजारों रुपए की लागत लगने के बाद भी किसान खाली हाथ ही रह गए.