देवास। भीषण गर्मी के बीच पानी की कमी भी शुरू हो गई है. इस दौरान जल स्रोत में भी पानी की कमी होने लगी है. ऐसे में वन्य जीवों के लिए जंगली क्षेत्रों में पानी के क्या स्रोत हैं ये जानने के लिए कन्नौद उपवनमंडल अधिकारी ने जंगल का भ्रमण किया. अधिकारी ने खातेगांव वन परिक्षेत्र का निरीक्षण कर जल उपलब्धता की जांच की. इस दौरान उनके साथ कई अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे.
मनोरा तालाब का किया दौरा
कन्नौद उपवनमंडल अधिकारी शंकर लाल यादव ने बताया कि उन्होंने मनोरा तालाब का निरीक्षण किया. ये तालाब 15 साल पुराना है और गर्मी के दिनों में यहां करीब 20-20 किलोमीटर दूर से वन्य प्राणी यहां पानी पीने आते हैं. दौरा करने पहुंचे वन अधिकारी ने बताया कि तालाब किनारे की गीली मिट्टी पर चिंकारा, ब्कैलबक, सियार, लोमड़ी, लक्कड़बग्घा और पैंथर के पग मार्क देखे गए हैं. शंकर लाल यादव ने बताया कि गर्मी में अगर तालाब में पानी की कमी होगी तो तालाब में पानी की व्यवस्था की जाएगी.