देवास। जिले के हाटपिपल्या तहसील के अंतर्गत आने वाले गांव मना पिपलिया, इस्लामनगर, हीरापुर, बढ़िया, मांडू सहित दर्जनों गांवों में सोयाबीन की फसलें बिना फल के रह गई हैं. फसल बर्बाद होने से किसानों के सामने रोजी- रोटी का संकट खड़ा हो गया है. किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती हैं.
हाटपीपल्या विधायक मनोज चौधरी ने क्षेत्र का दौरा किया और सोयाबीन की फसलें खेतों में जाकर देखी साथ ही किसानों से बात की और मौके से ही कृषि अधिकारियों व राजस्व अधिकारियों को फोन लगाकर अवगत करवाया. विधायक ने किसानों को फसल शीघ्र ही सर्वे कराने की बात कही.
किसानों ने बताया कि इस वर्ष सोयाबीन की फसलें खेतों में काफी बड़ी हो गई हैं, लेकिन क्षेत्र की सैकड़ों बीघे फसल में दाने ही नहीं पड़े, खेतों में सिर्फ पौधे ही दिखाई दे रहे हैं. जिससे किसान काफी परेशान है. किसानों ने प्रशासन से सर्वे कर मुआवजा देने मांग की हैं. कई किसानों ने कर्ज लेकर खेती की थी, फसल बर्बाद होने से उनके सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है.
वही कन्नौद तहसील के कुसमानिया क्षेत्र के किसानों की समस्या भी थमने का नाम ही नहीं ले रही है.सोयाबीन में अफलन के चलते विधायक ने किसानों के खेत में दौरा किया साथ ही जिला प्रशासन व मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री से मिलकर किसानों को मुआवजा दिलाने की बात कही है.
मोहाई के किसानों ने बताया कि फसल की स्थिति अच्छी होने के बावजूद अफलन की हालात बने हुए है. सोयाबीन में अफलन से किसान बहुत चिन्तित है. भिलाई, डाबरी, नान्दोन, कौलारी, सिया, जागठा, विक्रमपुर, आमला,सातल, ओंकारा, ककड़दी सहित अन्य गांवों में भी सोयाबीन की फसल में अफलन की स्थिति है.