देवास। जिले के हाटपीपल्या में सेन समाज ने तहसीलदार और नायब तहसीलदार को ज्ञापन दिया है. उन्होंने प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि लॉकडाउन के लागू होने के बाद से ही सैलून की दुकानें भी बंद कर दी गई हैं. जिसके चलते सैलून संचालकों पर आर्थिक संकट आ खड़ा है. साथ ही जो लोग सैलून की दुकान पर काम करते थे, वो आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन देते हुए आर्थिक सहायता की मांग की है.
अखिल भारतीय युवा सेन समाज के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को तहसील परिसर में तहसीलदार सुभाष सुनेरे और नायब तहसीलदार अनिता बरेठा को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम सोशल डिस्टेंस में रहकर ज्ञापन दिया.
ज्ञापन का वाचन करते हुए अखिल भारतीय युवा सेन समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष मनोहर भाटिया ने बताया कि कोरोना वायरस के कारण जिस दिन से देश में लाकडॉउन लगा है, उसी दिन से सेन समाज के प्रत्येक सैलून के कार्य करने वालों की दुकानें बंद हैं. सेन समाज के लोग सैलून का कार्य कर गृहस्थी चलाते हैं. साथ ही सेन समाज के ऐसे भी लोग हैं, जो अन्य दुकानों पर सैलून का कार्य करके रोजमर्रा का जीवन यापन करते हैं. लॉकडाउन लगते ही इन लोगों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है कि सेन समाज के लोगों की आर्थिक मदद की जाए.