देवास। नेमावर में से 10 महीने के एक बच्चे की चोरी के मामले में पुलिस को सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने बच्चा चुराने वाली महिला और दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इनके पास से बच्चे को बरामद कर माता-पिता को सौंप दिया है. नेमावर में 3 टापरी कॉलोनी में नीलेश कर्मा अपने परिवार के साथ मजदूरी करता था, जहां से रात में सोते वक्त उसका बच्चा दयाब हो गया था. आसपास तलाश करने पर जब बच्चा नहीं मिला तो इसने इसकी शिकायत पुलिस को की थी.
एक दिन पहले आरोपी महिला मोहल्ले में आई थी
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज चौरसिया ने जानकारी देते हुए बताया कि विवेचना के दौरान आसपास के लोगों से पूछताछ की गई, जिससे पाया गया कि घटना से एक दिन पहले महिला सुबह 12 बजे से शाम को 8 बजे तक उस मोहल्ले में आई थी. जो घर-घर जाकर पूछ रही थी मेरी बकरियां गुम हो गई हैं. आपके यहां आई थी क्या. आसपास के लोगों को उस महिला पर शक हुआ. 13 मई को मुखबिर से सूचना मिली कि उसी हुलिए की एक महिला, बच्चे को लेकर ग्राम सिरोलिया से नर्मदा नदी के उस पार हरदा जिले में गई थी सूचना पर तलाश की गई.
प्रेमी के साथ मोटर साइकिल पर ले गई बच्चा
मिर्जापुर थाना सिविल लाइन में प्रिंस नाम के बच्चे को आरोपी सुनीता और उसके प्रेमी संदीप के कब्जे से नेमावर पुलिस ने बरामद किया और पूछताछ पर सुनीता और उसके प्रेमी संदीप ने बताया कि सुनीता के पहले पति के 3 बच्चे थे. जो सुनीता के पति के पास ही रह रहे थे. सुनीता अपने पति को छोड़कर अपने प्रेमी संदीप के साथ रह रही थी, उसके पास बच्चे नहीं थे इसी कारण बच्चे की चाहत में इस बच्चे को चुराया.
बच्चे का हाल जानने विधायक पहुंचे
नेमावर खातेगांव क्षेत्र में बच्चे अपरहण को लेकर पिछले 2 दिनों से माहौल खराब था. वहीं पुलिस को मिली सफलता पर क्षेत्रवासियों ने पुलिस के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी. इस मौके पर विधायक आशीष शर्मा ने भी पहुंचकर बच्चे का हालचाल जाना और पुलिस को धन्यवाद दिया.