देवास। मंडूक पुष्कर का नजारा जिसने देखा उसका मानवता से विश्वास उठ गया. कहने को तो जिला अस्पताल देवास का सबसे बड़ा अस्पताल है, लेकिन अव्यवस्थाओं के मामले में भी अस्पताल किसी से कम नहीं. यहां आज एक महिला कृष्णा अपने एक साल के बच्चे मयंक का इलाज कराने आई थी. बच्चे का पांव फैक्चर हो गया है, लेकिन डॉक्टरों ने उसे यह कह दिया कि इस बच्चे का इलाज प्राइवेट अस्पताल में कराओ. ये सुन महिला मंडूक पुष्कर के पास स्थित धरना स्थल पर बच्चे को लेकर बैठ गई.
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एसडीएम ने कार्रवाई की कही बात
यहां आते-जाते हुए लोग उसे देखते रहे, लेकिन कोई आगे नहीं आया. यहीं दर्द के मारे बच्चा भी रोता रहा. हालांकि, मामले की जानकारी लगते ही प्रशासनिक अधिकारी, एसडीएम और तहसीलदार महिला के पास पहुंचे, जिसके बाद बच्चे को जिला अस्पताल ले जाया गया. उसके बाद जिला अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों ने बच्चे का इलाज किया. वहीं जिस डॉक्टर ने प्राइवेट अस्पताल की पर्ची दी, उस पर एसडीएम प्रदीप सोनी ने कार्रवाई की बात कही है. पीड़ित महिला ने बताया कि उसके बच्चे का नाम मयंक है, जो एक साल का है. वह खेलते समय गिर गया था. उसका पांव फैक्चर हो गया था.