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देवास: भारी बारिश से सोयाबीन की फसल को भारी नुकसान

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Published : Sep 27, 2019, 8:29 AM IST

Updated : Sep 27, 2019, 9:40 AM IST

भारी बारिश के चलते मालवा समेत पूरे प्रदेश में फसलों को भारी नुकसान हुआ है, जिसमें सोयाबीन की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है.

बारिश से सोयाबीन की फसल को नुकसान

देवास। प्रदेश में हुई भारी बारिश के चलते जनजीवन बुरी तरीह से प्रभावित हुआ है. बारिश के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. भारी बारिश के बाद किसानों की फसलें पूरे तरीके से खराब हो गई हैं. जिसके बाद किसानों ने सरकार से राहत राशि देने की मांग की है.

बारिश से सोयाबीन की फसल को नुकसान

अतिवर्षा के कारण मालवा समेत पूरे प्रदेशों के किसानों की अधिकतर फसल खराब हो गई है. ज्यादा बारिश के कारण प्रदेश की मुख्य फसल सोयाबीन को ज्यादा नुकसान हुआ है. खेतों में अभी तक बारिश का पानी भरा हुआ है. जिन किसानों की थोड़ी बहुत फसल बची है, तो उनकी गुणवत्ता, उपज में भारी गिरावट देखी गई है.

जिले के ब्रह्मनखेड़ा के पीड़ित किसानों ने बताया कि 6 बीघा जमीन पर पिछले साल 28 क्विंटल सोयाबीन की फसल हुई थी, लेकिन इस बार बारिश के कारण सिर्फ 8 क्विंटल सोयाबीन निकला है, जिसकी गुणवत्ता इतनी कमजोर है कि मंडी में व्यापारी बहुत कम दाम में उसे खरीदेंगे. इतने कम पैसों में लागत मूल्य मिलना भी मुश्किल है. किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है.

देवास। प्रदेश में हुई भारी बारिश के चलते जनजीवन बुरी तरीह से प्रभावित हुआ है. बारिश के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. भारी बारिश के बाद किसानों की फसलें पूरे तरीके से खराब हो गई हैं. जिसके बाद किसानों ने सरकार से राहत राशि देने की मांग की है.

बारिश से सोयाबीन की फसल को नुकसान

अतिवर्षा के कारण मालवा समेत पूरे प्रदेशों के किसानों की अधिकतर फसल खराब हो गई है. ज्यादा बारिश के कारण प्रदेश की मुख्य फसल सोयाबीन को ज्यादा नुकसान हुआ है. खेतों में अभी तक बारिश का पानी भरा हुआ है. जिन किसानों की थोड़ी बहुत फसल बची है, तो उनकी गुणवत्ता, उपज में भारी गिरावट देखी गई है.

जिले के ब्रह्मनखेड़ा के पीड़ित किसानों ने बताया कि 6 बीघा जमीन पर पिछले साल 28 क्विंटल सोयाबीन की फसल हुई थी, लेकिन इस बार बारिश के कारण सिर्फ 8 क्विंटल सोयाबीन निकला है, जिसकी गुणवत्ता इतनी कमजोर है कि मंडी में व्यापारी बहुत कम दाम में उसे खरीदेंगे. इतने कम पैसों में लागत मूल्य मिलना भी मुश्किल है. किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है.

Intro:सोयाबीन की फसल में पर्याप्त मात्रा में धूप ना मिलना व अन्य प्राकृतिक कारणों के चलते फसल खराब हो गई हैBody:देवास-प्रदेश सहित जिले में हुई अति वर्षा का खामियाजा मालवा क्षेत्र किसानों को भुगतना पड़ रहा है।मालवा के किसानों के अधिकतर खेतो में फसल के साथ-साथ बारिश का पानी भरा हुआ है।सोयाबीन की फसल में पर्याप्त मात्रा में धूप ना मिलना व अन्य प्राकृतिक कारणों के चलते फसल खराब हो गई है।वही जिन किसानों के खेतों में थोड़ी बहुत फसल हुई है उनका दुखड़ा भी अजीबोगरीब नजर आ रहा है।ताजा मामला देवास तहसील के ब्रह्मनखेड़ा के किसानो के खेतों में देखने को मिला है जिनकी फसल कटने को तैयार है और कट भी रही है।पीड़ित किसान ने ETV भारत की टीम को अपने खेत मे ले जाकर बताया कि पिछले वर्ष मेरी इस 6 बीघा के खेत मे 25 से 28 क्विंटल सोयाबीन की फसल निकली थी।लेकिन इस वर्ष अति वर्षा से फसल खराब होने के कारण लगभग 8 क्विंटल सोयाबीन की फसल निकली है और सोयाबीन की फसल के दानों की गुणवत्ता भी काफी कम नजर आ रही है।इस सोयाबीन की फसल में जो लागत मूल्य,मजदूरी,दवाई व अन्य कृषि खर्च मिलना भी मुश्किल नजर आ रहा है।जब कृषि उपज मंडी में इस सोयाबीन की फसल को बेचेंगे को बहुत कम भाव मिलने के आसार है।क्षेत्र के अधिकतर की किसानों की फसल की हालत भी ऐसी ही है।मध्यप्रदेश सरकार ने ETV भारत के माध्यम से अति वर्षा से खराब हुई हम सभी किसानों की फसलों का मुआवजा समय रहते दिया जाए।

बाईट 01 पीड़ित किसान
बाईट 02 पीड़ित किसानConclusion:सोयाबीन की फसल में पर्याप्त मात्रा में धूप ना मिलना व अन्य प्राकृतिक कारणों के चलते फसल खराब हो गई है
Last Updated : Sep 27, 2019, 9:40 AM IST
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