देवास। जनसुनवाई में देवास निवासी 21 वर्षीय युवक वेद श्रीवास्तव अपने पिता के साथ पहुंचा. युवक ने कलेक्टर को अपनी समस्या के संबंध में आवेदन दिया. आवेदन में कहा कि मेरी किडनी खराब हो चुकि है, और मेरा परिवार मेरा इलाज करवाने में असमर्थ है. युवक की इस कठिनाई को समझ कर देवास कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला ने अपने निजी प्रयासों से युवक वेद श्रीवास्तव को 20 हजार की संपूर्ण दवाई उपलब्ध करवाई.
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- पिता ने दी बेटे को किडनी
वेद श्रीवास्तव ने आवेदन में कहा कि मेरी किडनी खराब हो गई थी. जिसका ट्रांसप्लांट इंदौर के अरविंदो अस्पताल में किया गया था. उसके पिता महेंद्र श्रीवास्तव ने उसे किडनी दी थी. युवक के पिता देवास की एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं. यहां से उन्हें 9 हजार रुपए प्रतिमाह वेतन मिलता हैं. लेकिन किडनी ट्रांसप्लांट के बाद मुझे 20 हजार रुपए प्रतिमाह की दवाई लगती है. जो मेरा परिवार लेने में सक्षम नहीं है. डॉक्टरों के अनुसार अगर मैंने दवाई समय नहीं खाई तो मेरी किडनी पुनः रिजेक्शन पर चली जाएगी.
इस आवेदन को सुनते हुए कलेक्टर ने निजी प्रयासों से वेद की मदद करते हुए 20 हजार की दवाईयां उरलब्ध करवाई. कलेक्टर ने युवक को आश्वस्त किया कि प्रतिमाह दवाई उपलब्ध करवाई जाएगी.