देवास। लंबे इंतजार के बाद हुई बारिश ने कन्नौद और खातेगांव तहसील में सोयाबीन फसल को तबाह कर दिया है. 2 माह से अधिक समय होने की वजह से फसल कुछ दिनों में पकने वाली थी, मगर अचानक बारिश ने सब बर्बाद कर दिया. खराब हुई फसल ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं.
इसी संबंध में परेशान किसानों ने भारतीय किसान संघ के बैनर तले कलेक्टर नरेन्द्र सिंह धुर्वे को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम पर ज्ञापन सौंपा है, जिसमें सर्वे करवाकर बीमा राशि की मांग की गई है. ज्ञापन में बताया गया है कि लगातार मौसम की बेरूखी की वजह से सोयाबीन फसल में कीटव्यापी, पीलामोजक और तना मक्खी की स्थिति पैदा हो गई थी, जिसके चलते संपूर्ण तहसील में फसल अफलन और रोगग्रस्त होकर नष्ट हो गई.
किसान पहले ही पूरी लागत और खर्च लगाकर कर्जदार हैं. ऐसे में बारिश के बाद फसल बर्बाद होने से आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. अब इसकी वजह से जल्द से जल्द सर्वे कराकर मुआवजा और बीमा राशि दिलवाई जाए.
किसानों ने बताया कि पहले ही कोरोना आपदा की वजह से जूझ रहे हैं. बड़ी उम्मीद से सोयाबीन की फसल उगाई गई थी, मगर सब चौपट हो गया.