देवास। किसानों ने मंडी प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. किसानों का आरोप है कि मंडी प्रशासन ने किसानों को दी जाने वाली राशि को रोक दिया है. किसानों ने कहा है कि जब तक हमारा पैसा नहीं मिल जाता है तब तक वह मंडी से कहीं नहीं जाएंगे.
किसान वरुण चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मंडी प्रशासन ने सभी किसानों को पेमेंट के लिए आज की तारीख दी थी और कहा था कि आप सभी किसानों का पेमेंट दे दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि जब वे सभी लोग पैसे लेने मंडी कार्यालय पहुंचे, तो वहां कोई भी अधिकारी मौजूद नहीं था. किसानों का कहना है कि जब तक मंडी प्रशासन फसल का भुगतान नहीं कर देता, तब तक वे मंडी में रहकर उनका इंतजार करेंगे.
किसानों ने कहा कि मंडी में उनकी किसी भी समस्या को नहीं सुना जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसके लिए मंडी प्रशासन ही जिम्मेदार है. यदि किसानों का पैसा नहीं आया तो इसकी जिम्मेदारी भी मंडी प्रशासन की है.
शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले कई दिनों से पार्टी द्वारा पोषित व्यापारी जो बीजेपी को चंदा दिया करते थे वे किसानों का पैसे लेकर भाग रहे हैं. उन्होंने कहा कि किसानों की समस्या का समाधान हो इसके लिए उन्होंने कलेक्टर से बात की है और जल्द ही किसानों का एक-एक रुपये वापस होगा.
शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अगर किसानों की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे धरने पर बैठ जाएंगे. उन्होंने मंडी सचिव से बातचीत करने की बात कही. उन्होंने कहा कि 6 तारीख के अंदर सभी किसानों का पैसा लौटा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि किसानों का आक्रोश बिल्कुल सही है. उनकी उपज का मूल्य उन्हें बराबर मिलना चाहिए और भुगतान 24 घंटे के अंदर करना चाहिए.