देवास। खातेगांव के ग्रामों में बारिश और येलो मोजेक के चलते किसानों की फसल को काफी नुकसान हुआ है. जानकारी के अभाव में कई किसान फसल बीमा से वंचित रह गए. जिसके चलते किसानों ने कलेक्टर से मुलाकात करना चाही, लेकिन कलेक्टर किसानों से नहीं मिले. लिहाजा आक्रोशित किसानों ने इंदौर-बैतूल नेशनल हाईवे पर करीब 4 घंटे का चक्का जाम कर दिया और सरकारी विरोधी नारे लगाए.
इस दौरान पुलिस ने करीब 45 किसानों को गिरफ्तार कर कन्नौद की अस्थाई जेल में बंद किया है. पिछले दिनों देवास में आई बाढ़ से किसानों की फसलें खराब हो गई थीं. सीएम शिवराज और कई नेताओं ने क्षेत्र का दौरा किया था और मुआवजे का भरोसा दिया था, लेकिन किसानों की खराब फसल के नुकसान का अब तक सर्वे शुरू नहीं हुआ. सर्वे की मांग को कलेक्टर द्वारा नजरअंदाज किए जाने से किसान गुस्सा हो गए और खातेगांव मंडी के सामने चक्काजाम कर दिया.
किसानों का कहना है कि शिवराज सरकार मुआवजा नहीं दे रही है. कमलनाथ सरकार का भी मुआवजा नहीं मिला है. किसानों ने दोनों मुआवजे जल्द से जल्द दिए जाने की मांग की है. किसानों का कहना है कि कृषि मंत्री और मुख्यमंत्री ने अपना-अपना एरिया आपदा घोषित किया है, देवास जिले के किसानों ने भी अपना मतदान दिया है, इसे भी आपदा घोषित किया जाए.