देवास। 19 वें एशियन गेम्स के तीसरे दिन हांगझोउ में भारत को 28 पांइट के साथ 17 वर्षीय नेहा ठाकुर ने सेलिंग (नोकायन) में सिल्वर मेडल दिलाकर देश के साथ ही देवास जिले का भी नाम रोशन किया. नेहा मूलत: देवास जिले के आमलाताज की रहने वाली है. फिलहाल भोपाल में अपनी बीकॉम की पढ़ाई कर रही हैं. साथ ही भोपाल में वाटर स्पोर्टस एकेडमी में एशियन गेम्स की तैयारी कर रही थी. नेहा की इस सफलता पर पीएम नरेंद्र मोदी सहित केंद्रीय मंत्रियों ने उसे बधाई दी है.
नेहा का वाटर स्पोर्टस एकेडमी में सिलेक्शन: नेहा के पिता मुकेश ठाकुर ने बताया कि ''वर्ष 2017 में वाटर स्पोर्ट्स ऐकेडमी में ट्रायल के दौरान नेहा का वाटर स्पोर्टस एकेडमी में सिलेक्शन हुआ था. नेहा ने कक्षा 8 वीं तक की पढ़ाई अपने मामा के यहां इंदौर में की है. उसके बाद वह उसे हाटपीपल्या अपने गांव लेकर आ गए थे. फिर नेहा ने एक वर्ष तक क्षेत्र में ही सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ाई की उसके बाद से वह उक्त खेल में रुची लेने लगी थी.''
गांव में तैराकी की ट्रेनिंग की: नेहा के पिता मुकेश ठाकुर को तैराकी का काफी अनुभव है. उन्होंने अपनी बेटी को ट्रायल के दौरान हाटपीपल्या क्षेत्र में बने छोटे डेम व कुएं में तैराकी की काफी ट्रेनिंग करवाई. नेहा के पिता मुकेश ने बताया कि ''नेहा को खेल में जाने के लिए उसके अंकल के लड़के विशाल सिंह ठाकुर ने प्रेरित किया. विशाल पूर्व में वाटर सेलिंग में था और फिलहाल वह नेवी में है. उसके कहने पर हमने नेहा को तैयारी करवाई.'' नेहा के परिवार में उसके माता-पिता के साथ उसके दो छोटे भाई हैं. पिता खेती किसानी करते हैं, साथ ही मां रीना गृहणी हैं और नेहा के दो छोटे भाई पढ़ाई कर रहे हैं.
एशियन चैम्पियनशिप में जीता कांस्य: नेहा ने एशियन गेम्स के पहले कई नेशनल गेम्स में भाग लिया और गोल्ड और सिल्वर मेडल प्राप्त किए. साथ ही 2022 एशियन चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता और यूरोप चैम्पियनशिप में भी पदक जीता. उसके बाद दो वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भी भाग लिया पर मेडल नहीं जीत पाई. लेकिन खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया. नेहा के पिता ने खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि ''परिवार और गांव वाले बहुत खुश हैं. बेटी ने देश के लिए मेडल जीता है.''
PM मोदी, अमित शाह ने दी बधाई: प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी ट्वीट कर नेहा को बधाई दी. नेहा के पिता ने कहा कि ''उसकी इस सफलता का श्रेय मप्र की खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को जाता है, जिन्होंने ऐशियन गेम्स के पहले नेहा की तीन माह तक ट्रेनिंग विदेशों में करवाई. जिसका पुरा खर्च मप्र खेल विभाग ने उठाया. उन्होंने इस सफलता पर हमें फोन पर बधाई भी दी है. इसके अलावा नेहा के कोच जेएल यादव, नरेन्द्र सिंह राजपूत और अनिल शर्मा को इसका श्रेय जाता है. जिन्होंने विशेष सहयोग कर बेटी की प्रतिभा को निखारने में मदद की.''
गांव लौटने पर होगा भव्य स्वागत: नेहा की मां रीना अपनी बेटी की इस उपलब्धि से बेहद खुश हैं. मां का कहना है कि ''घर आने पर नेहा को उसकी पसंद का खाना दाल बाटी बनाकर खिलाएंगी.'' वहीं, गांव के सरपंच राजकुमार सिंह सेंधव का कहना है कि ''यह हमारे छोटे से गांव के लिए गर्व की बात है. हमारे गांव के किसान की बेटी ने देश को रजत पदक दिलाया है. एशियन गेम्स से लौटने के बाद उसका गांव में आने पर जोरदार स्वागत कर सम्मान करेंगे.''