देवास। केंद्र सरकार टीम देवास जिले के गांवों में पहुंची और बारिश और प्राकृतिक आपदा से खराब हुई फसलों का मुआयना किया. आईएमसी टीम ने जिले के कई गांवों में पहुंचकर किसानों की फसल नुकसान का आंकलन किया. इस दौरान आईएमसी टीम ने किसानों से चर्चा कर फसल नुकसान की जानकारी ली. भारत सरकार के केंद्रीय दल के संयुक्त संचालक, आईपीएम एन. सत्यनारायण और अपर सचिव घनश्याम मीणा ने फसल का निरीक्षण किया.
आईएमसी टीम ने जिले के कुसमानिया, भिलाई, कौलारी, ओंकारा सहित अन्य कई गांवों में सोयाबीन की फसलों में हुए नुकसान का जायजा लिया. किसानों से सोयाबीन की फसल में लगने वाली लागत और उत्पादन पर चर्चा की गई. साथ ही पिछले साल हुए उत्पादन की भी जानकारी ली. इस दौरान किसानों और केंद्रीय दल के अधिकारियों के बीच भाषा की समस्या के कारण काफी समस्या हुई. ऐसे में विधायक आशीष शर्मा और कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला ने किसानों और अधिकारियों के बीच भाषा का ट्रांसलेशन किया.
केंद्रीय दल ने किसानों से चर्चा करते हुए बताया कि वास्तव में किसानों का 90 से 100 प्रतिशत नुकसान हुआ है. कीट व्याधि से हुए नुकसान और मौसम की मार से खराब हुई फसल अब किसानों को कटाई से महंगी पड़ रही है. ग्राम कौलारी के किसानों ने केंद्रीय दल के अधिकारियों और देवास कलेक्टर से वर्ष 2019 की बीमा राशि नहीं मिलने की बात भी कही है. साथ ही जल्द से जल्द मुआवजा दिलाने की मांग की है ताकि रबी फसल तैयार कर सकें. जिस पर कलेक्टर ने किसानों की बात सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है.