देवास। जिले के खातेगांव से बीजेपी विधायक आशीष शर्मा ने प्रदेश सरकार के कार्यों पर सवाल उठाया है. विधायक ने जनता के साथ भेदभाव करने का आरोप भी लगाया है.
विधायक ने बताया कि खातेगांव विधानसभा क्षेत्र में बड़ी-बड़ी ग्राम पंचायतें हैं, जिसमें 4 से 5 गांव जुड़े हैं. जनसंख्या के हिसाब से भी जिनका आकार बड़ा है, जिसे तोड़कर नई ग्राम पंचायतें बनाई गई हैं, लेकिन उनका कहना है कि कन्नौद खातेगांव तहसील में कोई भी नई पंचायत का गठन नहीं किया गया है, जबकि सोनकच्छ हाटपिपलिया विधानसभा क्षेत्र में पुराने पंचायतों को तोड़कर पंचायतों का गठन किया गया है.
बीजेपी विधायक ने प्रदेश सरकार पर लगाया भेदभाव का आरोप, नई ग्राम पंचायतें बनाने की मांग - बीजेपी विधायक आशीष शर्मा
बीजेपी विधायक आशीष शर्मा ने प्रदेश सरकार पर भेदभावपूर्व कार्य करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि जनप्रतिनिधियों के माध्यम से समायोजित करके नई ग्राम पंचायतों का गठन करना चाहिए.
![बीजेपी विधायक ने प्रदेश सरकार पर लगाया भेदभाव का आरोप, नई ग्राम पंचायतें बनाने की मांग](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-4373510-thumbnail-3x2-img.jpg?imwidth=3840)
देवास। जिले के खातेगांव से बीजेपी विधायक आशीष शर्मा ने प्रदेश सरकार के कार्यों पर सवाल उठाया है. विधायक ने जनता के साथ भेदभाव करने का आरोप भी लगाया है.
विधायक ने बताया कि खातेगांव विधानसभा क्षेत्र में बड़ी-बड़ी ग्राम पंचायतें हैं, जिसमें 4 से 5 गांव जुड़े हैं. जनसंख्या के हिसाब से भी जिनका आकार बड़ा है, जिसे तोड़कर नई ग्राम पंचायतें बनाई गई हैं, लेकिन उनका कहना है कि कन्नौद खातेगांव तहसील में कोई भी नई पंचायत का गठन नहीं किया गया है, जबकि सोनकच्छ हाटपिपलिया विधानसभा क्षेत्र में पुराने पंचायतों को तोड़कर पंचायतों का गठन किया गया है.
खातेगांव। प्रदेश सरकार में विधायक-मंत्री एक दूसरे को निशाना बनाने में नही चूक रहे है। अपनी सरकार के खिलाफ कई विधायक मंत्री ने मोर्चा खोला हुआ है। वही खातेगांव से बीजेपी विधायक आशीष शर्मा ने भी प्रदेश सरकार द्वारा किये गए कार्यो पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है। विधायक ने जनता के साथ हो रहे भेदभाव की घोर निंदा की है।
Body:विधायक आशीष शर्मा ने बताया कि हमने खातेगांव विधानसभा क्षेत्र में बड़ी-बड़ी ग्राम पंचायतें हैं जो भौगोलिक दृष्टि से 4-4, 5-5 गांव जुड़े हैं जनसंख्या की दृष्टि से भी जिनका आकार बड़ा है उनको तोड़कर नई ग्राम पंचायत है बनाना थी हमने कन्नौद खातेगांव के एसडीएम को प्रस्ताव दिए थे लेकिन मुझे जानकारी मिली है कि कन्नौद खातेगांव तहसील में कोई भी नई पंचायत का गठन नहीं किया गया जबकि सोनकच्छ हाटपिपलिया विधानसभा में पुराने पंचायतों को तोड़कर ने पंचायतों का गठन किया गया है निश्चित ही यह घोर आपत्तिजनक है एक तरह से व्यवहार लोकतंत्र में सभी क्षेत्र में होना चाहिए या तो पंचायतों के गठन का मामला है इसे किसी की हार नहीं होती है पूरे जिले में पंचायतों का गठन करते समय यह ध्यान रखना चाहिए था कि जिन पंचायतों में विसंगति है उन्हें जनप्रतिनिधियों के माध्यम से समायोजित करके नई ग्राम पंचायतों का गठन करना चाहिए था। मैं इस संबंध में जिला प्रशासन को भी अवगत करा चुका हूं आवश्यक हुआ तो न्यायालय की शरण भी लेंगे और इस पंचायत परिसीमन की कार्रवाई को अवैध घोषित करवाएँगे।
Conclusion:सरकार भेदभाव पूर्ण रवैया अपना रही है साफ साफ दिख रहा है पंचायत परिसीमन की कार्यवाही जिले की समस्त विधानसभा में होना चाहिए था एक या दो विधानसभा में बड़ी-बड़ी पंचायतें हैं ऐसा नहीं है पूरे जिले में ग्राम पंचायत बड़ी-बड़ी है जनसंख्या एवं भौगोलिक दृष्टि से पंचायतों का परिसीमन करना था लेकिन ऐसा नहीं हुआ जहां कांग्रेसी विधायक और मंत्री हैं वही पंचायतों का परिसीमन करने की सरकार की मंशा थी।
बाईट- आशीष शर्मा बीजेपी विधायक खातेगांव-कन्नौद