देवास। चुनावी साल में राजनीतिक सियासत गरमा गई है. नेताओं का आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. नेता एक दूसरे पर शब्दों के बाण चला रहे हैं, लेकिन खातेगांव में कमलनाथ ने एक सभा में मतदाताओं को नशे में बताकर प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है. जिसका भाजपा जमकर विरोध कर रही है. पिछले दिनों देवास जिले के खातेगांव में मंगलवार को आमसभा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के एक बयान पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार किया है.
सीएम ने कहा कमलनाथ नशे में: सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से चर्चा में कहा कि कमलनाथ खातेगांव में जाकर बयान देते हैं कि यहां के मतदाता नशे में हैं और नशे में क्यों हैं, क्योंकि वे लगातार भाजपा को जिता रहे हैं. इसलिए वे नशे में हैं. सीएम ने कहा कि क्या ये जनता का अपमान नहीं है? क्या ये मतदाताओं का अपमान नहीं है? नशे में जनता को कहने वाले क्या वे खुद नशे में नहीं कि वे क्या कह रहे हैं. ये जनता के प्रति इनकी सोच है. कांग्रेस की अंतर्कलह और गुटबाजी के चलते उटपटांग बयान देने का अभियान चला हुआ है.
बीजेपी विधायक ने किया पलटवार: खातेगांव विधायक आशीष शर्मा ने भी कमलनाथ के बयान पर उन्हें आड़े हाथों लिया है. विधायक शर्मा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ खातेगांव के मतदाताओं से अपने शर्मनाक बयान के लिए माफी मांगे. उन्होंने कहा कि बंद कमरों में बैठकर राजनीति करने वाले महिलाओं के प्रति अमर्यादित बयान देने वाले कमलनाथ से और उम्मीद क्या की जा सकती है. जो आप खातेगांव के मतदाताओं को नशेड़ी कह रहे हैं. खातेगांव का मतदाता, वह मतदाता है जिसने कैलाश चंद्र जोशी, सुषमा स्वराज, सुशील चंद्र वर्मा जैसे जनप्रिय नेताओं को अपने मत से देश की संसद में पहुंचाया है.
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क्या बोले थे कमलनाथ: खातेगांव में कमलनाथ ने कहा था कि 25 साल से खातेगांव में भाजपा का विधायक है. हमारे कई नौजवानों ने यहां सिर्फ भारतीय जनता पार्टी देखी है. यहां से लगातार जीतने वाले भाजपा के विधायकों से मैं पूछना चाहता हूं कि आखिर खातेगांव क्यों इतना पिछड़ा है? यहां के 128 गांव में अभी तक सिंचाई के लिए पानी नहीं पहुंचा. कमलनाथ ने सभा को सुन रहे लोगों से कहा- बुरा मत मानिएगा.. मैं तो पूछता हूं कौन से नशे में खातेगांव के मतदाता हैं कि इनको दिखता नहीं कि खातेगांव क्षेत्र कितना उपेक्षित है और लगातार 5 बार से बीजेपी को जिता रहे हैं.