देवास। शहर के बावड़िया स्थित 50 साल पुराने मुक्तिधाम को प्रशासन के द्वारा तोड़ दिया गया. क्षेत्र के लोगों ने मुक्तिधाम तोड़ने का विरोध किया है. मुक्तिधाम पर सामान्य मौत पर शव लेकर अंतिम संस्कार के लिए लोग पहुंच रहे थे. पार्षद अजय तोमर ने बताया यह शमशान घाट करीब 50 साल पुराना है. जहां, आसपास के लोग दाह संस्कार के लिए आते हैं. अगर प्रशासन को लगता था कि यहां कोरोना पॉजिटिव मरीज का शव जलाया जा रहा है तो इसे सील करना था ना कि तोड़ना था.
भदभदा विश्राम घाट में अंतिम संस्कार के लिए शवों का अंबार
कोरोना शवों को जलाने की मिली थी शिकायत
उन्होंने आरोप लगाते हुए यह तक कहा कि पास की जमीन मालिक को लाभ देने के उद्देश्य से श्मशान को तोड़ा गया है. तहसीलदार पूनम तोमर ने मीडिया को बताया कि कोरोना पॉजिटिव शवों को यहां जलाया जा रहा था. जिसकी शिकायत मिलने पर ही तोड़ने की कार्रवाई की गई है.