दतिया। कोरोना वायरस के चलते संकट की घड़ी में सबसे ज्यादा मुसीबतों का सामना दिहाड़ी मजदूरों को करना पड़ रहा है, लेकिन मुसीबत है कि कम होती दिखाई नहीं दे रही है. देश मे लॉकडाउन के बाद से राज्यों की सीमा से मजदूरों का पलायन जारी है. जिसमें उन्हें अपने घर तक पहुंचने के लिये कई तरह से जतन करने पड़ रहे हैं. दतिया में उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश सीमा विवाद में फंसे एक मजदूर ने पुलिस वालों से गोली मारने तक की बात कह डाली.
ग्वालियर-झांसी हाइवे पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने लॉकडाउन का हवाला देते हुए झांसी सीमा बंद कर दी है. दोपहर की चिलचिलाती धूप में पैदल और ट्रक में भरकर जा रहे दिहाड़ी मजदूर हजारों की संख्या में एकत्रित हो गये और झांसी पुलिस से अपने घर जाने के लिये मिन्नतें करने लगे. झांसी पुलिस ने मजदूरों की एक नहीं सुनी, जिसके चलते मजदूर रोते बिलखते दिखाई दिए. इसी दौरान मजदूरों ने हाय तौबा करते हुऐ गोली मारने की मांग कर डाली.
राज्यों की सीमाएं बंद होने से मजदूरों की परेशानियां बढ़ गई है. लॉकडाउन स्थिती से निपटने के लिए पलायन करने वाले मजदूरों को ठेकेदारों, बिल्डर्स, कारखाने मालिक और कंट्रक्शन मालिकों ने व्यवस्था नहीं करते हुए सड़कों पर मरने के लिए छोड़ दिया है. जिससे सताए हुए मजदूर पुलिस के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं. ऐसे में पुलिस और मजदूर आमने-सामने आ गए है. साथ ही क्या करें, क्या न करें की स्थिति में हैं.