ETV Bharat / state

समय पर बारिश शुरू होने से खिले किसानों के चेहरे, धान रोपाई शुरू - दतिया न्यूज

प्रदेश में बारिश का मौसम शुरू होने के बाद दतिया जिले में अच्छी बारिश शुरू होने पर किसानों के चेहरे पर खुशी की लहर है. सही समय पर और अच्छी बारिश होने से धान की फसल अच्छी होती है, जिससे किसानों को काफी मुनाफा हो जाता है.

Transplanting of paddy in Datia
दतिया में धान रोपाई शुरू
author img

By

Published : Jul 5, 2020, 2:46 PM IST

Updated : Jul 5, 2020, 2:58 PM IST

दतिया। मानसून आते ही किसानों के चेहरे खिल उठे हैं. किसानों ने धान की फसल लगाना शुरू कर दिया है. सबसे बड़ी बात समय पर बारिश होना है, किसानों की फसल के लिए यह बहुत बड़ी बात होती है, क्योंकि धान की फसल के लिए पानी की आवश्यकता सबसे ज्यादा पड़ती है और सही समय पर फसल के लिए पानी मिल जाए तो किसानों की फसल अच्छी पैदावार होती है.

दतिया में धान रोपाई शुरू

बारिश के मौसम में धान की फसल रोपी जाती है, इसके लिए सबसे पहले किसान धान की पौध खेत में डालता है और पौध डालने के बाद जब वह लगने के लायक खड़ी हो जाती है, तो 15 दिन के बाद उसे उखाड़कर दूसरी जगह एक-एक पौधा लगाया जाता है. जिसके बाद धान की फसल में खाद, बीज और पानी नियमित चलता रहता है.

फसल को सही समय पर पानी मिलने के बाद अच्छी पैदावार देती है. जिससे किसान को उचित दाम मिलने से उसकी परेशानियां भी दूर होती हैं, इस बार जिलेभर में अच्छी बारिश होने से समय पर बारिश होने से धान की अच्छी पैदावार होगी, ऐसा माना जा रहा है, अगर मानसून किसान का साथ देता है तो किसान को पानी के लिए ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ती और धान की फसल आसानी से हो जाएगी.

सबसे बड़ी बात किसान के साथ साथ धान की फसल को लगाने वाले मजदूरों को भी समय पर मजदूरी मिल जाती है और उससे उनका जीवन यापन भरण-पोषण परिवार का होता है. जिससे एक दूसरे से जुड़े हुए लोग अपने जीवन से चलाते हैं और अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं.

दतिया। मानसून आते ही किसानों के चेहरे खिल उठे हैं. किसानों ने धान की फसल लगाना शुरू कर दिया है. सबसे बड़ी बात समय पर बारिश होना है, किसानों की फसल के लिए यह बहुत बड़ी बात होती है, क्योंकि धान की फसल के लिए पानी की आवश्यकता सबसे ज्यादा पड़ती है और सही समय पर फसल के लिए पानी मिल जाए तो किसानों की फसल अच्छी पैदावार होती है.

दतिया में धान रोपाई शुरू

बारिश के मौसम में धान की फसल रोपी जाती है, इसके लिए सबसे पहले किसान धान की पौध खेत में डालता है और पौध डालने के बाद जब वह लगने के लायक खड़ी हो जाती है, तो 15 दिन के बाद उसे उखाड़कर दूसरी जगह एक-एक पौधा लगाया जाता है. जिसके बाद धान की फसल में खाद, बीज और पानी नियमित चलता रहता है.

फसल को सही समय पर पानी मिलने के बाद अच्छी पैदावार देती है. जिससे किसान को उचित दाम मिलने से उसकी परेशानियां भी दूर होती हैं, इस बार जिलेभर में अच्छी बारिश होने से समय पर बारिश होने से धान की अच्छी पैदावार होगी, ऐसा माना जा रहा है, अगर मानसून किसान का साथ देता है तो किसान को पानी के लिए ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ती और धान की फसल आसानी से हो जाएगी.

सबसे बड़ी बात किसान के साथ साथ धान की फसल को लगाने वाले मजदूरों को भी समय पर मजदूरी मिल जाती है और उससे उनका जीवन यापन भरण-पोषण परिवार का होता है. जिससे एक दूसरे से जुड़े हुए लोग अपने जीवन से चलाते हैं और अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं.

Last Updated : Jul 5, 2020, 2:58 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.