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अवारा पशुओं को वाहन में भरकर पशु केंद्र पहुंचा रहे ग्रामीण - stray animals to animal service center

दमोह के नोहटा में किसानों और ग्रामीणों ने मिलकर आवारा पशुओं से फसलों को बचाने के लिए अवारा पशुओं को पकड़कर उन्हें गाड़ियों में भरकर जिले के तेंदूखेड़ा पशु केंद्र में पहुंचा रहे हैं.

villagers themselves taking stray animals to animal service center
आवारा पशुओं को व्यवस्थित कर रहे ग्रामीण
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Published : Feb 5, 2020, 10:34 AM IST

दमोह। नोहटा में किसान और ग्रामीणों ने अच्छी पहल करते हुए न सिर्फ अपनी फसलों की हिफाजत कर रहे हैं, बल्कि गोसेवा के जरिए सैकड़ों जानवरों के लिए चारे-पानी तक का इंतजाम भी करा रहे हैं, दमोह-जबलपुर स्टेट हाइवे किनारे बसे नोहटा और आसपास के गावों में आवारा पशु किसानों के लिए मुसीबत बने थे. ये जानवर फसलों को बहुत नुकसान पहुंचा रहे थे. साथ ही आए दिन हादसों का कारण भी बन रहे थे.

आवारा पशुओं को पशु केंद्र पहुंचा रहे ग्रामीण

इन जानवरों से परेशान नोहटा इलाके के किसानों ने एकजुट होकर अभिनव पहल की और अपने खर्च पर बाकायदा जानवरों को पकड़ कर उन्हें गाड़ियों में भरकर तेंदूखेड़ा पशु केंद्र में भेज रहे हैं. बीते एक हफ्ते में लगभग एक हजार आवारा जानवरों को गोशाला भेजा गया है, जबकि अब भी ये अभियान जारी है. तेंदूखेड़ा स्थित आचार्य श्री विद्यासागर दयोदय पशु सेवा केंद्र में इन जानवरों की देखरेख की जा रही है.

Villagers carrying animals in vehicles
गाड़ियों में पशुोओं को भरकर ले जाते ग्रामीण

लोगों के मुताबिक किसानों की फसलों के साथ-साथ इन जानवरों की वजह से सड़क हादसों में अब तक आसपास के ही कई लोग शिकार हो चुके हैं. इस दौरान कई जानवरों की मौतें भी हुई हैं. जिसकी वजह से लोगों ने सरकार की तरफ न देखकर खुद ही एक समूह बनाकर इस काम को शुरू कर दिया, किसानों के इस अभियान की हर तरफ तारीफ हो रही है.

दमोह। नोहटा में किसान और ग्रामीणों ने अच्छी पहल करते हुए न सिर्फ अपनी फसलों की हिफाजत कर रहे हैं, बल्कि गोसेवा के जरिए सैकड़ों जानवरों के लिए चारे-पानी तक का इंतजाम भी करा रहे हैं, दमोह-जबलपुर स्टेट हाइवे किनारे बसे नोहटा और आसपास के गावों में आवारा पशु किसानों के लिए मुसीबत बने थे. ये जानवर फसलों को बहुत नुकसान पहुंचा रहे थे. साथ ही आए दिन हादसों का कारण भी बन रहे थे.

आवारा पशुओं को पशु केंद्र पहुंचा रहे ग्रामीण

इन जानवरों से परेशान नोहटा इलाके के किसानों ने एकजुट होकर अभिनव पहल की और अपने खर्च पर बाकायदा जानवरों को पकड़ कर उन्हें गाड़ियों में भरकर तेंदूखेड़ा पशु केंद्र में भेज रहे हैं. बीते एक हफ्ते में लगभग एक हजार आवारा जानवरों को गोशाला भेजा गया है, जबकि अब भी ये अभियान जारी है. तेंदूखेड़ा स्थित आचार्य श्री विद्यासागर दयोदय पशु सेवा केंद्र में इन जानवरों की देखरेख की जा रही है.

Villagers carrying animals in vehicles
गाड़ियों में पशुोओं को भरकर ले जाते ग्रामीण

लोगों के मुताबिक किसानों की फसलों के साथ-साथ इन जानवरों की वजह से सड़क हादसों में अब तक आसपास के ही कई लोग शिकार हो चुके हैं. इस दौरान कई जानवरों की मौतें भी हुई हैं. जिसकी वजह से लोगों ने सरकार की तरफ न देखकर खुद ही एक समूह बनाकर इस काम को शुरू कर दिया, किसानों के इस अभियान की हर तरफ तारीफ हो रही है.

Intro:आवारा जानवरों से फसले बचाने ग्रामीणों ने खुद जानवर पकड़ कर गौ शाळा भेजे 

Anchor. दमोह जिले के नोहटा में किसानो और ग्रामीणो ने एक अच्छी पहल करते हुए न सिर्फ अपनी फसलों की हिफाजत की बल्कि गौ सेवा का उदाहरण देते हुए सैकड़ों जानवरों को व्यवस्थित गौ शाला भेजने का काम किया है. दरअसल दमोह जबलपुर स्टेट हाइवे पर नोहटा और आसपास के गावों में आवारा जानवर किसानो की मुसीबत बने हुए थे. खेतों को बड़ी तादात में नुक्सान पहुंचा रहे थे. किसानो को अब तक लाखों की खड़ी फसल तबाह होने का दंश झेलना पड़ रहा था. इतना ही नहीं स्टेट हाइवे पर ये आवारा जानवर आये दिन सड़क हादसों का कारण भी बन रहे थे.


Body:Vo. इन जानवरों से बेहद परेशान नोहटा इलाके के किसानो ने एकजुट होकर अभिनव पहल की और अपने खर्चे पर बाकायदा जानवरों को पकड़ कर उन्हें गाड़ियों में भरकर जिले के तेंदूखेड़ा की गौ शाला में भेजा है. बीते एक हफ्ते में लगभग एक हजार आवारा जानवरों को गौ शाला भेजा गया है जबकि अभी ये अभियान जारी है. तेंदूखेड़ा की भाग्योदय आचार्य विद्यासागर गौ सेवा सदन में इन जानवरों की देखरेख की जा रही है. लोगों के मुताबिक किसानो की फसलों के साथ इन जानवरों की वजह से सड़क हादसों में अब तक उनके आसपास ही दर्जन भर लोग शिकार होकर काल के गाल में समा गए तो कई जानवरों की मौतें भी हुई है. जिस वजह से लोगों ने सरकार की तरफ ना देखकर खुद एक समूह बनाकर इस काम को अंजाम देना शुरू किया है. किसानो के इस अभियान के हर तरफ तारीफ हो रही है.

बाइट- रामस्वरूप यादव किसान नोहटा दमोह

बाइट- आर के जैन मैनेजर भाग्योदय आचार्य विद्यासागर गौ सेवा सदन तेंदूखेड़ा दमोह


Conclusion:Vo. वही इस अभियान में जुड़े लोग देश प्रदेश के दुसरे लोगों से भी अपील कर रह है. की लोग जानवरों को मारने भगाने की जगह कुछ ऐसा ही करें ताकि समस्या का समाधान हो और जानवरों पर भी अत्याचार रुकें.

आशीष कुमार जैन
कंटेंट एडिटर रिपोर्टर दमोह
ईटीवी भारत मध्य प्रदेश
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