दमोह। चक्रवर्ती तूफान तौकते का असर मध्य प्रदेश के कई इलाकों में देखने को मिला. इस दौरान दमोह में भी कई जगह तेज हवा के साथ जोरदार बारिश हुई, जिस वजह से लोगों का काफी नुकसान हो गया. गेहूं खरीदी केंद्र में रखा हजारों क्विंटल गेहूं भीग गया. कुछ खरीदी केंद्रों में तो बाढ़ जैसे हालात तक देखे गए. इन सबके बीच प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए जा रहे हैं.
एक हफ्ते से थी सूचना, फिर भी तैयारी नहीं
अचानक बारिश से जिले के जनपद मुख्यालय छोड़कर खमारिया, कुलुआ, मोसिपुरा, पोंडी, सिमरी, चौपरा सहित कई खरीदी केंद्रों में खुले में गेहूं रखा था. इस दौरान बारिश में हजारों क्विंटल गेहूं भीग गया. करीब एक घंटे हुई बारिश में कई खरीदी केंद्रों में बाढ़ जैसी स्थिति देखने को मिली. दरअसल जबेरा और दमोह के खरीदी केंद्रों में परिवाहन समय पर नहीं हो पाया, जिस वजह से यह भारी नुकसान उठाना पड़ा है.
120 गेहूं खरीदी केंद्र बनाए, लेकिन व्यवस्था कहीं भी ठीक नहीं
लेकिन इस बीच हैरानी की बात यह है कि एक हफ्ते पहले ही मौसम विभाग ने बारिश को लेकर आगाह किया था. इसके बावजूद प्रशासन ने समय रहते उठावकार्य नहीं किया. जिस वजह से यह स्थिति पैदा हुई और खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ा.