दमोद। कोरोना संक्रमण के दौर में जिले में आजीविका मिशन स्व-सहायता समूह की महिलाएं मास्क बनाकर अपनी आजीविका चला रही हैं. कोरोना ने एक ओर लोगों का रोजगार छीना है, तो दूसरी तरफ इसी महामारी में यह महिलाएं मास्क बनाकर आत्मनिर्भर बन रही हैं.
- एक मास्क के मिल रहे 10 रुपए
जबेरा राज्य/ग्रामीण आजीविका मिशन के ब्लॉक प्रबंधक आशुतोष तिवारी महिलाओं की इस काम को लेकर बताते हैं कि स्व सहायता समूह की महिलाएं मास्क बना रही है उसे 10 रुपए प्रति मास्क खरीदा जाएगा. इन सभी फेस मास्क को महात्मा गांंधी योजगार योजना में काम कर रहे मजदूरों को दिए जाएंगे.
- ये लोग कर रहे काम
जिले के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अवधेश प्रताप सिंह ने मास्क बनाने का काम महावीर स्व सहायता समूह बनवार, निवेदिका स्व-सहायता समूह, ओम स्व सहायता समूह, महिमा स्वयं सहायता समूह बमोरी को दिया गया है. दमोह में इस शुरु की गई इस पहल से महिलाएं घर बैठे काम कर अपनी आजीविका चला सकती हैं.
- 200 मास्क हुए जमा
दमोह में जिला परियोजना प्रबंधक श्याम गौतम के सहयोग से बने आजीविका मिशन के पोर्टल पर स्व सहायता समूह की महिलाएं अपना रजिस्ट्रेशन कर सकती है और इस पोर्टल से अन्य लोग भी यह महिलाओं के उत्पाद खरीद सकते हैं. इसके साथ ही महावीर स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष मीना जैन ने 200 मास्क कार्यालय में जमा किए हैं ताकि इनकी जल्द बिक्री हो सके.