दमोह। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचार करने के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने शनिवार को दमोह में जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने बुंदेलखंड पैकेज को लेकर कहा कि इसमें इस सरकार ने बेतहाशा भ्रष्टाचार किया. बुंदेलखंड में पलायन की समस्या को उठाते हुए उन्होंने कहा कि यहां रोजगार बढ़ाने के लिए मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने बीते 18 साल में क्या किया. इस इलाके से पलायन क्यों हो रहा है, क्योंकि यहां न तो रोजगार हैं और न किसानों की खेती के लिए सरकार ने कुछ किया.
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पलायन का मुद्दा उठाया : प्रियंका गांधी ने कहा कि बुंदेलखंड के कुछ इलाके यूपी में हैं. वहां के कई इलाकों का उन्होंने दौरा किया. इसलिए बुंदेलखंड की समस्याओं से वह भलीभांति परिचित हैं. जब अपने इलाके में रोजगार नहीं मिलता है तो लोगों को मजबूरी में जीवनयापन करने के लिए अपना घर छोड़ना पड़ता है. प्रियंका गांधी ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश में बीते 45 सालों में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है. मध्यप्रदेश में 3 साल में केवल 21 लोगों को रोजगार मिला है. 18 साल से बीजेपी सत्ता में है लेकिन आपने उनसे सवाल क्यों पूछे. मध्यप्रदेश में कितनी सरकारी नौकरियों के पद खाली है. स्कूलों में टीचर नहीं हैं, अस्पतालों में पद खाली हैं. ये सरकार नौकरी नहीं देना चाहती. अगर भर्ती निकालती है तो उसमें घोटाला कर देते हैं.
बड़े उद्योगपतियों के लिए ये सरकार : प्रियंका गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि इन्होंने सरकारी पीएसयू बेच डाले. एक समय पीएसयू से काफी रोजगार मिलते थे. बड़े उद्योगपतियों को सरकारी कंपनियां बेची जा रही हैं तो रोजगार कहां से मिलेंगे. देश की बहुमूल्य संपत्तियों को बड़े उद्योगपितयों को कौड़ियों के दाम पर बेच दिया है. मोदी सरकार ने छोटे दुकानदारों की कमर तोड़कर रख दी है. पहले नोटबंदी लाए. इसके बाद हर चीज पर जीएसटी लगा दिया. फिर कोरोना आया तो किसी को मदद नहीं मिली, जबकि विदेशों में सरकारों ने राहत दिलाई. जीएसटी से छोटे दुकानदार बर्बाद हो गए. लेकिन बड़े उद्योगपतियों के बड़े कर्ज माफ हो रहे हैं. खेती-किसानी इस सरकार ने बर्बाद कर दी है. इस सरकार ने मनरेगा को कमजोर बनाया.
ओपीएस लागू करेंगे : प्रियंका गांधी ने ओल्ड पेंशन स्कीम का मुद्दा उठाते हुए कहा कि कर्मचारी ओपीएस मांगते हैं तो सरकार कहती है कि पैसे नहीं हैं. लेकिन सवाल ये है कि पैसे नहीं हैं तो बड़े उद्योगपतियों का करोड़ों का कर्जा क्यों माफ किया. दिल्ली में 20 हजार करोड़ खर्च करके नई संसद क्यों बनवाई. लेकिन कहते हैं पेशन के लिए पैसे नहीं. बड़े ईवेंट होते हैं तो पैसा कहां से आता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकारें जिन प्रदेशों में हैं वहां ओल्ड पेंशन स्कीम लागू है. यहां भी कांग्रेस की सरकार बनने पर ओपीएस लागू की जाएगी.
जातिगत जनगणना पर फिर बोली : प्रियंका गांधी ने एक बार फिर जातिगत जनगणना कराने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि जब तक ये पता नहीं चलेगा कि किस जाति के कितने लोग हैं, तब तक योजना सही तरीके से न तो बन सकती है और न ही लागू हो सकती है. उन्होंने कहा कि ये गौर करने वाली बात है कि बिहार में जातिगत जनगणना हुई तो पता चला कि 84 फीसदी आबादी ओबीसी, एससी-एसटी वर्ग की है. लेकिन देखिए सरकार में बड़े पदों पर बैठे कितने अफसर इस वर्ग हैं. 90 फीसदी स्थानों पर इस वर्ग के लोग नहीं हैं. इसलिए जातिगत जनगणना कराना बहुत जरूरी है. प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार द्वारा लागू किए महिला आरक्षण बिल पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इनके मंसूबे ठीक नहीं हैं. ये बिल 10 साल बाद लागू होगा. इसे तुरंत लागू क्यों नहीं किया.
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कांग्रेस की गारंटियों को फिर दोहराया : प्रियंका गांधी ने कांग्रेस की गारंटियों को लेकर कहा कि इन्हें फिर से दोहराती हूं. ये गारंटी आप लोग कांग्रेस शासित राज्यों में चल रही हैं. गारंटियों को दोहराते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि किसानों के कर्ज माफ किए जाएंगे, 100 यूनिट बिजली 100 रुपये मिलेगी, 200 यूनिट बिजली पर बिल हाफ होगा. धान का समर्थन मून्य 25 सौ रुपये होगा, गैस सिलंडर 500 रुपये में देंगे. महिलाओं को हर माह 15 सौ रुपये मिलेंगे. प्रदेश में ओपीएस लागू की जाएगी. इसके साथ ही प्रियंका गांधी ने शिवराज सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि चुनाव से पहले लाड़ली बहना योजना लेकर आए लेकिन 18 साल तक इस योजना को क्यों नहीं लाए. क्या महिलाएं ये सब समझती नहीं हैं.