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दमोह: भक्तों की आस्था पर लगा कोरोना ग्रहण, मंदिरों में छाया सन्नाटा

दमोह में सोमवार रात से शुरू हुए कोरोना कर्फ्यू के बाद बड़ी देवी मंदिर में लोगों की भीड़ नजर नहीं आई है. मंदिर में केवल पुजारी को ही पूजा करने की अनुमति दी गई है, साथ ही मंदिर के दोनों तरफ के गेट बंद कर दिए गए हैं. जिसके कारण लोगों को अष्टमी की पूजा मंदिर के बाहर ही करना पड़ी है.

Silent silence in temples
मंदिरों में छाया सन्नाटा
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Published : Apr 20, 2021, 6:11 PM IST

दमोह। कोरोना संक्रमण का असर अब धार्मिक उत्सवों पर दिखाई देने लगा है. प्रशासन द्वारा बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनजर कई पाबंदियां लगाई हैं. कोरोना महामारी के इस दौर में दमोह नगर का मां बड़ी देवी मंदिर भी इन दिनों पूरी तरह सूना है. दमोह में सोमवार रात से शुरू हुए कोरोना कर्फ्यू के बाद बड़ी देवी मंदिर में लोगों की भीड़ नजर नहीं आई है. मंदिर में केवल पुजारी को ही पूजा करने की अनुमति दी गई है, साथ ही मंदिर के दोनों तरफ के गेट बंद कर दिए गए हैं. जिसके कारण लोगों को अष्टमी की पूजा मंदिर के बाहर ही करना पड़ी है.

मंदिरों में छाया सन्नाटा
  • मंदिर के बाहर से भोग

कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए मंदिर कमेटी और जिला प्रशासन ने मंदिर के बाहर ही बैरिकेड लगाकर लोगों के लिए पूजा करने की व्यवस्था बनाई है. लिहाजा मंगलवार को माता के दर्शन करने आए भक्तों ने मंदिर को बाहर से ही माता रानी को भोज चढ़ाया और पूजा अर्चना की.

कोरोना की दूसरी लहर अधिक संक्रामक, राष्ट्रीय लॉकडाउन जरूरी : लैंसेट रिपोर्ट

  • कोरोना का असल

कोरोना महामारी का डर लगातार दमोह में दिखने लगा है, जिले में विधानसभा उपचुनाव खत्म होते ही कोरोना के मामले बढ़ने लगे थे , जिसके कारण लोग अब घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. मंगलवार को भी कोरोना के डर के कारण बड़ी देवी मंदिर में पूजा के लिए 10-12 लोग ही पूजा करते दिखे हैं.

  • महावीर स्वामी का जन्मोत्सव पर कोरोना ग्रहण

जिले में 19 अप्रैल से शुरू हुआ कोरोना कर्फ्यू 26 अप्रैल की सुबह तक जारी रहेगा. वहीं, जिले में 25 अप्रैल को जैन समाज के आराध्य देव महावीर स्वामी के जन्मदिवस समारोह पर आयोजित होने वाला कार्यक्रम भी इस बार आयोजित नहीं हो पाएगा. जिला प्रशासन ने कोरोना कर्फ्यू के दौरान किसी भी सामाजिक कार्यक्रम को आयोजित करने पर पाबंदी लगाई है.

दमोह। कोरोना संक्रमण का असर अब धार्मिक उत्सवों पर दिखाई देने लगा है. प्रशासन द्वारा बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनजर कई पाबंदियां लगाई हैं. कोरोना महामारी के इस दौर में दमोह नगर का मां बड़ी देवी मंदिर भी इन दिनों पूरी तरह सूना है. दमोह में सोमवार रात से शुरू हुए कोरोना कर्फ्यू के बाद बड़ी देवी मंदिर में लोगों की भीड़ नजर नहीं आई है. मंदिर में केवल पुजारी को ही पूजा करने की अनुमति दी गई है, साथ ही मंदिर के दोनों तरफ के गेट बंद कर दिए गए हैं. जिसके कारण लोगों को अष्टमी की पूजा मंदिर के बाहर ही करना पड़ी है.

मंदिरों में छाया सन्नाटा
  • मंदिर के बाहर से भोग

कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए मंदिर कमेटी और जिला प्रशासन ने मंदिर के बाहर ही बैरिकेड लगाकर लोगों के लिए पूजा करने की व्यवस्था बनाई है. लिहाजा मंगलवार को माता के दर्शन करने आए भक्तों ने मंदिर को बाहर से ही माता रानी को भोज चढ़ाया और पूजा अर्चना की.

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  • कोरोना का असल

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  • महावीर स्वामी का जन्मोत्सव पर कोरोना ग्रहण

जिले में 19 अप्रैल से शुरू हुआ कोरोना कर्फ्यू 26 अप्रैल की सुबह तक जारी रहेगा. वहीं, जिले में 25 अप्रैल को जैन समाज के आराध्य देव महावीर स्वामी के जन्मदिवस समारोह पर आयोजित होने वाला कार्यक्रम भी इस बार आयोजित नहीं हो पाएगा. जिला प्रशासन ने कोरोना कर्फ्यू के दौरान किसी भी सामाजिक कार्यक्रम को आयोजित करने पर पाबंदी लगाई है.

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