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दमोह में दरिंदगी: रेप के बाद भी पीछा नहीं छोड़ा, मामा के यहां भी पहुंच गए बदमाश, पुलिस भी करती रही आनाकानी

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Published : Jul 8, 2021, 5:04 AM IST

Updated : Jul 8, 2021, 7:44 AM IST

जिले के तेंदूखेड़ा थाना क्षेत्र में एक नाबालिग आदिवासी युवती के साथ दो युवकों ने दुष्कर्म किया, जिसकी शिकायत पीड़िता ने थाने में की, लेकिन पीड़िता की शिकायत पुलिस ने नहीं सुनी, पुलिस एक थाने से दूसरे थाने में चक्कर कटवाते रहे, काफी मिन्नतों के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया.

rape of minor tribal
दमोह में दरिंदगी

दमोह। जिले में दरिंदगी का एक और मामला सामने आया है, यहां एक नाबालिग आदिवासी के साथ दो आरोपियों ने दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया है, लेकिन इतना कुछ हो जाने के बाद पुलिस ने पीड़िता की नहीं सुनी उसे एक थाने से दूसरे थाने के चक्कर कटवाती रही, जब पुलिस को लगा कि मामला बढ़ सकता है, तब जाकर पुलिस ने शिकायत दर्ज की.

नाबालिग के साथ दुष्कर्म

जानकारी के मुताबिक आदिवासी युवती के साथ करीब 15 दिन पहले सुरेंद्र खरे नाम के आरोपी ने दुष्कर्म किया था, लेकिन उसने डर के चलते इसकी शिकायत थाने में नहीं की, जिसके बाद 30 जून को गांव के ही एक आरोपी गोविंद पाटकर ने उसके साथ दुष्कर्म किया, यह बात परिजनों को जब पता चली, तो उन्होंने अपनी बेटी को जबेरा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम भाट खमरिया में अपने मामा के यहां भेज दिया.

आरोपियों ने यहां भी नाबालिग का पीछा नहीं छोड़ा और वह बाइक से वहां भी पहुंच गए, मंगलवार की शाम वहां भी उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की, जब युवती ने शोर मचाया तो आरोपियों को वहा से भागना पड़ा.

क्या था मामला ?

पीड़िता की मां ने बताया कि उसकी बेटी भाट खमरिया में अपनी भाभी के साथ शाम के समय जब शौच करने के लिए जा रही थी, उसी दौरान आरोपी गोविंद पाटकर और उसका साथी राजकुमार पाल भी बाइक से वहां पहुंच गया और जबरन बेटी को गाड़ी पर बैठाने की कोशिश की, लेकिन उसके शोर मचाने पर ग्रामीण वहां पहुंच गए और ग्रामीणों को आता देख कर आरोपी भाग खड़े हुए, इस दौरान उनमें से एक आरोपी का मोबाइल वहीं गिर गया जिसे बाद में ग्रामीणों ने उठा लिया.

नाबालिग के साथ हैवानियत पर विपक्ष हमलावर, सीएम से पूछा- प्रदेश को किस ओर ले जा रही सरकार

दो थानों में भटकने के बाद दर्ज हुई FIR

पुलिस की संवेदनशीलता का पता इसी बात से लगाया जा सकता है कि घटना के बाद जब परिजन ग्रामीणों के साथ पीड़ित को लेकर जबेरा थाना पहुंचे, तो जबेरा पुलिस ने यह कहते हुए प्रकरण दर्ज करने से मना कर दिया कि मामला तेंदूखेड़ा क्षेत्र का है, पीड़िता तेंदूखेड़ा थाने पहुंची, तो वहां भी उनसे यही कहा कि घटना जबेरा में हुई है, इसलिए वहां पर प्रकरण दर्ज कराएं.

परिजनों और अन्य लोगों के दबाव के बाद तेंदूखेड़ा पुलिस ने राजकुमार पाल और गोविंद पाटकर के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर लिया है, ताज्जुब की बात यह है कि दोनों ही स्थानों में महिला थाना प्रभारी पदस्थ हैं, साथ ही रात में ही किशोरी का मेडिकल परीक्षण नहीं कराया गया, बल्कि दूसरे दिन सुबह 5:00 बजे परीक्षण के लिए उसे जिला अस्पताल भेजा गया. पीड़ित युवती का कहना है कि पहले सुरेंद्र खरीद और उसके बाद गोविंद पाटकर ने उसके साथ दुष्कर्म किया.

आरोपियों की तलाश जारी- पुलिस

इस संबंध में तेंदूखेड़ा थाना प्रभारी सुषमा श्रीवास्तव का कहना है कि युवती जब घर पर अकेली थी उस समय उसके साथ दुष्कर्म किया गया है। इस मामले में राजकुमार पाल एवं गोविंद पाटकर के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। आरोपी अभी फरार हैं.

दमोह। जिले में दरिंदगी का एक और मामला सामने आया है, यहां एक नाबालिग आदिवासी के साथ दो आरोपियों ने दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया है, लेकिन इतना कुछ हो जाने के बाद पुलिस ने पीड़िता की नहीं सुनी उसे एक थाने से दूसरे थाने के चक्कर कटवाती रही, जब पुलिस को लगा कि मामला बढ़ सकता है, तब जाकर पुलिस ने शिकायत दर्ज की.

नाबालिग के साथ दुष्कर्म

जानकारी के मुताबिक आदिवासी युवती के साथ करीब 15 दिन पहले सुरेंद्र खरे नाम के आरोपी ने दुष्कर्म किया था, लेकिन उसने डर के चलते इसकी शिकायत थाने में नहीं की, जिसके बाद 30 जून को गांव के ही एक आरोपी गोविंद पाटकर ने उसके साथ दुष्कर्म किया, यह बात परिजनों को जब पता चली, तो उन्होंने अपनी बेटी को जबेरा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम भाट खमरिया में अपने मामा के यहां भेज दिया.

आरोपियों ने यहां भी नाबालिग का पीछा नहीं छोड़ा और वह बाइक से वहां भी पहुंच गए, मंगलवार की शाम वहां भी उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की, जब युवती ने शोर मचाया तो आरोपियों को वहा से भागना पड़ा.

क्या था मामला ?

पीड़िता की मां ने बताया कि उसकी बेटी भाट खमरिया में अपनी भाभी के साथ शाम के समय जब शौच करने के लिए जा रही थी, उसी दौरान आरोपी गोविंद पाटकर और उसका साथी राजकुमार पाल भी बाइक से वहां पहुंच गया और जबरन बेटी को गाड़ी पर बैठाने की कोशिश की, लेकिन उसके शोर मचाने पर ग्रामीण वहां पहुंच गए और ग्रामीणों को आता देख कर आरोपी भाग खड़े हुए, इस दौरान उनमें से एक आरोपी का मोबाइल वहीं गिर गया जिसे बाद में ग्रामीणों ने उठा लिया.

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दो थानों में भटकने के बाद दर्ज हुई FIR

पुलिस की संवेदनशीलता का पता इसी बात से लगाया जा सकता है कि घटना के बाद जब परिजन ग्रामीणों के साथ पीड़ित को लेकर जबेरा थाना पहुंचे, तो जबेरा पुलिस ने यह कहते हुए प्रकरण दर्ज करने से मना कर दिया कि मामला तेंदूखेड़ा क्षेत्र का है, पीड़िता तेंदूखेड़ा थाने पहुंची, तो वहां भी उनसे यही कहा कि घटना जबेरा में हुई है, इसलिए वहां पर प्रकरण दर्ज कराएं.

परिजनों और अन्य लोगों के दबाव के बाद तेंदूखेड़ा पुलिस ने राजकुमार पाल और गोविंद पाटकर के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर लिया है, ताज्जुब की बात यह है कि दोनों ही स्थानों में महिला थाना प्रभारी पदस्थ हैं, साथ ही रात में ही किशोरी का मेडिकल परीक्षण नहीं कराया गया, बल्कि दूसरे दिन सुबह 5:00 बजे परीक्षण के लिए उसे जिला अस्पताल भेजा गया. पीड़ित युवती का कहना है कि पहले सुरेंद्र खरीद और उसके बाद गोविंद पाटकर ने उसके साथ दुष्कर्म किया.

आरोपियों की तलाश जारी- पुलिस

इस संबंध में तेंदूखेड़ा थाना प्रभारी सुषमा श्रीवास्तव का कहना है कि युवती जब घर पर अकेली थी उस समय उसके साथ दुष्कर्म किया गया है। इस मामले में राजकुमार पाल एवं गोविंद पाटकर के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। आरोपी अभी फरार हैं.

Last Updated : Jul 8, 2021, 7:44 AM IST
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